लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक बार आक्रामक तेवर से साथ विपक्ष की भूमिका निभाने की तैयारी कर रही है। अपने मिशन-2022 के तहत पार्टी सबसे पहले संगठन को ब्लाक, न्याय पंचायत और ग्राम सभा स्तर पर भी मजबूत करेगी।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने गुरुवार को बताया कि जिला-शहर अध्यक्षों का चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर रायबरेली स्थित भुएमऊ गेस्ट हाउस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निर्देशन में सम्पन्न हुआ।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रशिक्षण शिविर में तय किया गया है कि किसानो, प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा, किसानों की दुर्दशा, युवाओं एवं छात्रों से जुड़े मुद्दे तथा मंदी की चपेट में घिर रही अर्थव्यवस्था और भयंकर बेरोजगारी, महंगाई के मुद्दे भी प्रमुखता से कांग्रेस के एजेण्डे में रहेंगे। तय हुआ कि कांग्रेस जल्द ही इन मुद्दों को लेकर प्रदेश व्यापी आंदोलन की घोषणा करेगी। आंदोलन की रूपरेखा में तय हुआ कि ब्लॉक स्तर पर किसानों के बीच जाकर कांग्रेस कार्यकर्ता किसान जागरण करेंगे। किसानों के मुद्दे पर ब्लॉक वार नुक्कड़ सभा, तहसीलवार कार्यक्रम तय हुए हैं। इस अभियान में दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों का घेराव भी करेंगे। इस किसान आंदोलन के अंतिम चरण में लखनऊ में विशाल किसान आक्रोश मार्च भी प्रस्तावित है।
अजय कुमार ने बताया कि इस अभियान में कांग्रेस कार्यकतार्ओं द्वारा किसान मांग-पत्र भराकर किसानों की समस्याओं को इकट्ठा करेंगे और इन्हे लेकर तहसील, जिला मुख्यालय और अन्य प्रशासनिक केंद्रों पर प्रदर्शन किया जाएगा। इस अभियान के तहत पूरे प्रदेश में क्षेत्रवार किसानों की समस्याओं को उठाने का भी निर्णय लिया गया गया है। प्रदेश में छुट्टा पशुओं की समस्या, गन्ना मूल्य बकाये का भुगतान, धान खरीद में बिचैलियों का आतंक, धान का दाम बढ़ाकर छत्तीसगढ़ सरकार की तरह 2500 रुपए प्रति कुंतल करने, आलू किसानों की समस्या, बुंदेलखंड में ओलावृष्टि और कर्ज वसूली के नाम पर भेजी जा रही नोटिसों, किसान आत्महत्या, पराली की समस्या, आगामी गेंहू खरीद जैसे प्रमुख मुद्दे इस अभियान के मुख्य बिंदु होंगे।
शिविर के आखिरी दिन जिलाध्यक्षों और शहर अध्यक्षों को बूथ मैनेजमेंट करने का प्रशिक्षण दिया गया। बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने की रणनीति बनी। साथ ही साथ कांग्रेस पार्टी के फ्रंटल, विभाग और सेल को भी मजबूत करने की रणनीति बनी। खास करके जिलास्तर पर महिला कांग्रेस, पिछड़ा वर्ग, युवा कांग्रेस, प्रोफेशनल कांग्रेस, विधि, एनएसयूआई, एससी-एसटी एवं अल्पसंख्यक विभाग, किसान कांग्रेस को मजबूत करने की भी रूपरेखा तय की गई।
बैठक में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकतार्ओं को सोशल मीडिया से जुड़ने और पार्टी के अभियानों में उसके इस्तेमाल तथा जिला स्तर पर सोशल मीडिया और डिजिटल कम्युनिकेशन पर जोर दिया गया। प्रतिभागियों को इसके बेहतर इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया गया। हर जिले के लिए सोशल मीडिया का संगठन को ग्राम सभा स्तर पर ले जाने की रणनीति बनी।