सीमा हैदर के अवैध प्रवेश पर यूपी के पूर्व पुलिस महानिदेशकों ने जतायी आपत्ति
शैलेन्द्र श्रीवास्तव/ राजा शेख लखनऊ। पाकिस्तान से दुबई होते हुए नेपाल के रास्ते से भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाली सीमा हैदर को लेकर काफी चर्चाएं चल रही है। कहीं प्यार में हर हद से गुजरने की बात कही जा रही, तो कहीं उसके इस तरह से देश में प्रवेश करने को लेकर आपत्ति जतायी जा रही है। फिलहाल बात जो भी हो लेकिन इस तरह से देश में अवैध प्रवेश को लेकर सही ठहराना कहां तक सही है और गलत। इसका फैसला जांच एजेंसी और देश की सरकार ही करेगी। इस पर प्रदेश के सेवानिवृत्त पूर्व आईपीएस अधिकारियों से वॉयस आफ लखनऊ ने राय ली तो सभी ने एक सुर में सीमा हैदर मामले की सघनता से जांच की जाने और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही।
प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध, पूछताछ हो : सुलखान सिंह
उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह का कहना है कि इस तरह से किसी भी विदेशी नागरिक का अपने देश में आना ठीक नहीं माना जा सकता है।
यह गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और जब मामला पाकिस्तान के नागरिक का हो तो उसे संदेह की दृष्टि से देखा जायेगा चंूकि पाकिस्तान से वैसे भी हमारे देश के रिश्ते नार्मल नहीं है और पाकिस्तान के वीजे को लेकर भी हमारे यहां सख्त नियम है। प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध लग रहा है। फिलहाल उससे जांच एजेंसी पूछताछ कर रही है। सीमा हैदर के आने का कारण कोई भी हो लेकिन उसे गिरफ्तार करके सघनता से पूछताछ की जानी चाहिए।
मामला सुनियोजित लग रहा, जांच जरूरी : केएल गुप्ता
यूपी के पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता का कहना है कि सीमा हैदर का मामला सुनियोजित लग रहा है। इस तरह से एक औरत का चार बच्चों के साथ अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करना और उसके पास 4-5 पासपोर्ट होना, बिना किसी आफिशियल सपोर्ट के संभव नहीं लगता।
एक ओर वह बताती है कि वह कक्षा पांच तक पढ़ी और दूसरी तरफ अंग्रेजी फर्राटेदार बोल रही है। यह मामला सीधा नहीं लग रहा है। इसके रिश्तेदार का भी पाकिस्तान आर्मी में होने की सूचना निकलकर सामने आयी है। इस मामले की एटीएस को सघनता से जांच करनी चाहिए। यदि उसके पाकिस्तान एजेंट होने की सूचना निकल आये तो कानून के अनुसार कार्रवाई होनी चाहिए।
सीमा हैदर की गतिविधि असामान्य : डॉ. विक्रम सिंह
यूपी के पूर्व डीजीपी और नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. विक्रम सिंह का कहना है कि सीमा हैदर का इस तरह से देश में आना बिल्कुल गलत है। उनके खिलाफ थाना जेवर में मुकदमा पंजीकृत है और एटीएस भी जांच कर रही है।
इनके पास पांच पासपोर्ट होना और उसमें से एक पासपोर्ट में नाम दूसरा होना सवाल खड़े करता है। साथ ही सीमा का आत्मविश्वास का स्तर इतना कि, स्पष्ट हिन्दी और उर्दू बोल रही, यह असामान्य है। चार मोबाइल फोन तोड़ना, दो सिम और चैट को मिटा देना यह भी ठीक नहीं लगता। इसमें किसका सहयोग है और वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल करना यह सामान्य स्थिति नहीं लगती। इस पर उनकी सघनता से जांच की जा रही और नियम के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।
सीमा के मामले में छानबीन कर कार्रवाई हो : उमेश कुमार सिंह
प्रदेश के पूर्व आईजी उमेश कुमार सिंह का कहना है कि देश की सीमा का उल्लंघन करके आयी सीमा हैदर का आना लोगों को खराब लग रहा है। इस तरह से उसका देश में अवैध तरीके से आना गलत है और जो गलत है उसे दुरूस्त किया जाना चाहिए।
उसके पीछे कारण कोई भी हो, उसकी छानबीन होनी चाहिए। वह यहां पर किस कारण से आयी और उसके आने पर किसका सहयोग है, इसकी भी जांच जरूरी है। देश में नागरिकता को लेकर काफी सख्त रूख अख्तियार किया गया है। ऐसे मेें अवैध तरीके से आने पर नियमों के तहत गहरायी से छानबीन होनी चाहिए और सत्यता के आधार पर कार्रवाई होनी चाहिए।