नई दिल्ली\शिलांग। नौसेना के गोताखोरों ने मेघालय की पूर्वी जयंतिया हिल्स में पानी से भरी एक अवैध कोयला खदान में करीब एक महीना पहले फंसे 15 खनिकों में से एक का शव बृहस्पतिवार को बरामद कर लिया।
चिकित्सकों की निगरानी में बाहर निकाला जाएगा
नौसेना के एक प्रवक्ता ने ट्विटर पर बताया कि नौसेना के गोताखोरों ने एक रैट होल खदान में करीब 210 फुट भीतर और 160 फुट गहराई में पानी के नीचे आरओवी का इस्तेमाल करके एक शव का पता लगाया। उन्होंने बचाव अभियान का एक वीडियो भी साथ में ट्वीट किया। अधिकारियों ने बताया कि शव को 370 फुट गहरी रैट होल खदान के मुहाने तक लाया गया है और उसे चिकित्सकों की निगरानी में बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों का एक दल घटनास्थल पर भेजा गया है जो बचावकर्ताओं को यह सलाह देगा कि शव को सुरक्षित कैसे बाहर निकाला जा सके।
यह भारत का सबसे लंबा तलाश एवं बचाव अभियान है
उल्लेखनीय है कि 13 दिसंबर को पूर्वी जयंतिया पहाडय़िों के लुमथारी गांव में 370 फुट गहरी कोयला खदान की सुरंगों में पास की लितेन नदी का पानी भर गया था। इसके कारण 15 खनिक इसमें फंस गए थे। तब से कई एजेंसियां तलाश एवं बचाव अभियान में लगी हैं। यह भारत का संभवत: सबसे लंबा तलाश एवं बचाव अभियान है। बचाव अभियान में नौसेना, एनडीआरएफ और वायु सेना समेत कई एजेंसियां शामिल हैं। जीवित निकलने में सफल रहे पांच खनिकों ने बताया था कि काम कर रहे खनिकों में से एक ने शायद निकट खाली पड़ी और पानी से भरी खदान की दीवार में दुर्घटनावश छेद कर दिया था।