लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में हाल ही में जहरीली शराब से हुई मौतों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है। शनिवार को उन्होंने आला अधिकारियों को तलब करके इस संबंध में गहन समीक्षा ही नहीं की, बल्कि कई अधिकारियों को आड़े हाथों भी लिया। योगी के सख्त रुख के बाद सरकारी मशीनरी सक्रिय हुई और राजधानी समेत पूरे प्रदेश में अवैध शराब का धंधा करने वालों के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी गयी।प्रयागराज में सरकारी देशी शराब की दुकान से अवैध शराब की बिक्री के मामले में अपर मुख्य सचिव ने प्रयागराज के जिला आबकारी अधिकारी तथा निरीक्षक के साथ एक कांस्टेबिल को निलंबित कर दिया है।
मालूम हो कि एक हफ्ते के भीतर लखनऊ, मेरठ, बागपत, आगरा व प्रयागराज आदि में जहरीली शराब पीने से 20 से अधिक लोगों की मौतें हुई हैं। इन मामलों में भी कई अधिकारी निलंबित किये गये थे। प्रयागराज के फूलपुर की तहसील के अमिलिया गांव में सरकारी देशी शराब की दुकान से खरीदी मिलावटी शराब के सेवन से छह लोगों की मौत पर गंभीर सीएम ने सभी जिम्मेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। इसी क्रम में अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने कार्रवाई की है।
उन्होंने प्रयागराज के जिला आबकारी अधिकारी संदीप बिहारी के साथ ही आबकारी निरीक्षक विजय प्रताप यादव तथा हेड कांस्टेबिल सुरेश कुमार को निलंबित कर दिया है। अभी भी तीन लोगों की हालत गंभीर है। इनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। इन सभी ने सरकारी देशी शराब की दुकान ने शराब खरीदकर उसका सेवन किया था। मिलावटी शराब से मौत के मामले में एक्साइज इंटेलिजेंस ब्यूरो (ईआइबी) के साथ स्पेशल स्ट्राइक फोर्स (एसएसएफ) की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को हुई बैठक में मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है। योगी ने इस घटना में सभी संबंधित की जवाबदेही तय करते हुए इनके खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने यह निर्देश भी दिये हंै कि जहरीली शराब बेचने में लिप्त लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए ऐसे लोगों की संपत्ति जब्त की जाये। जब्त की गयी संपत्ति की नीलामी करते हुए उससे प्राप्त धनराशि से पीड़ित परिवारों की मदद की जाये।
योगी के आदेश के बाद आबकारी और गृह महकमे ने भी जहरीली शराब के धंधे को रोकने के लिए विशेष अभियान छेड़ दिया है। संजय भूस रेड्डी ने कहा है कि इस तरह की किसी भी घटना के लिए संबंधित जिले और क्षेत्र के जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। सीएम की नाराजगी के बाद राजधानी के सभी सेक्टरों में सघन चेकिंग अभियान चलाया। खासतौर पर देसी शराब की दुकानों की जांच की गयी और सेंपल लिये गये।
नकली शराब की रोकथाम को लेकर लखनऊ में राजस्व, प्रशासन, पुलिस एवं आबकारी विभाग की संयुक्त टीमों का गठन किया गया है। इसमें सेक्टर एक की सात देसी शराब की दुकानों का निरीक्षण अपर मजिस्ट्रेट प्रथम, सहायक पुलिस आयुक्त हजरतगंज एवं आबकारी निरीक्षक सेक्टर वन ने किया। इसी तरह सेक्टर दो की छह देसी शराब की दुकानों का निरीक्षण अपर नगर मजिस्ट्रेट पंचम, सहायक पुलिस आयुक्त अलीगंज एवं आबकारी निरीक्षक सेक्टर दो ने किया गया। बख्शी का तालाब व अन्य ग्रामीण इलाकों में भी व्यापक छापेमारी की गयी है।