बहराइच: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को पूर्ववर्ती सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो कार्य 1947 से 2016 तक हो पाया था उससे अधिक कार्य हमारी सरकार ने अबतक के अपने कार्यकाल में किया है। योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि 1947 से लेकर के 2016 तक उत्तर प्रदेश में कुल 12 मेडिकल कॉलेज थे जिसमें केवल 1790 छात्रों को प्रवेश मिल पाता था। उन्होंने कहा कि इस बार हम प्रदेश सरकार द्वारा संचालित संस्थानों में 2578 छात्र-छात्राओं को एमबीबीएस में प्रवेश दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, बदलता हुआ उत्तर प्रदेश और बदलता हुआ देश आपके सामने है, हमने जीवन के अनेक क्षेत्रों में इसी प्रकार का कार्य किया है। एमबीबीएस के एक छात्र को डॉक्टर बनाने में सरकार तकरीबन 10 करोड़ रूपए खर्च करती है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को बहराइच में नवनिर्मित चिकित्सा महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छात्रों की मेहनत से देश आगे बढ़ रहा है और मेडिकल कॉलेज से लोगों को फायदा होगा। यहां के बच्चे मेडिकल की पढ़ाई कर सकेंगे। उन्होंने छात्र-छात्राओं को सलाह दी कि जूनियर छात्र सीनियर से सीखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अंदर नए एम्स खुलने की प्रक्रिया तेजी के साथ आगे बढ़ रही है और यही कारण है कि विगत तीन-चार वर्षों में देश में नए चिकित्सकों की संख्या बढ़ी है। प्रदेश में 15 नए मेडिकल कॉलेज का कार्य प्रगति पर हैं, जिनमें से 6 कॉलेजों – बहराइच, अयोध्या, बस्ती, फिरोज़ाबाद, बदायूं और शाहजहांपुर – में प्रवेश भी प्रारम्भ हो चुका है। उन्होंने बताया कि 14 नए मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव हम भारत सरकार को भेज चुके हैं और प्रदेश के हरदोई जनपद में भी एक नया मेडिकल कॉलेज दे पाएंगे।