लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अमर सिंह के निधन से खाली हुई राज्यसभा की सीट पर भारतीय जनता पार्टी के नेता सैय्यद जफर इस्लाम निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। भाजपा के एक और प्रत्याशी और उत्तर प्रदेश इकाई के महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला के नाम वापस लेने के बाद उनका निर्विरोध निर्वाचन हो गया है। इनका कार्यकाल नवंबर 2022 तक रहेगा।
प्रदेश के वित्त सुरेश कुमार खन्ना की उपस्थिति में विधानसभा के पुरुषोत्तम दास टंडन हाल में विशेष सचिव विधानसभा और निर्वाचन अधिकारी बृज भूषण दुबे ने निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र जफर इस्लाम के अधिकृत प्रतिनिधि जेपीएस राठौर को दिया गया। इस्लाम के कोरोना पीड़ित होने की वजह से उनकी तरफ से नामांकन करने वाले सुरेश कुमार खन्ना के साथ भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक और जफर इस्लाम के अधिकृत प्रतिनिधि राठौर ने इस्लाम का निर्वाचन पत्र लिया।
निर्वाचन अधिकारी बृज भूषण दुबे ने बताया कि निर्वाचन के लिए प्रत्याशियों के नामांकन पत्र के नाम वापसी का आज अंतिम दिन था। उन्होंने बताया कि गोविंद नारायण ने अपना नाम वापस ले लिया था। गोविंद नारायण के नाम वापस लेने के बाद राज्यसभा निर्वाचन के लिए सैय्यद जफर इस्लाम को एकमात्र प्रत्याशी होने के कारण निर्विरोध रूप से निर्वाचित घोषित कर दिया गया।
सैय्यद जफर इस्लाम भाजपा के प्रवक्ता और मीडिया के लिए जाना-माना चेहरा हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश के दिग्गज ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस से लाकर भाजपा में शामिल होने की सभी प्रक्रियाओं को बेहद सुगम बनाया था। राजनीति में आने से पहले सैय्यद जफर इस्लाम एक विदेशी बैंक के लिए काम किया करते थे। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए थे।