लखनऊ। सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कोरोना की तरह बर्ड फ्लू से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। प्रदेश भर में हाई अलर्ट लागू है। इसके तहत अन्य राज्यों से मुर्गी व अन्य पक्षियों को लाने पर सख्ती से रोक लगा दी गई है। पशुपालन निदेशालय में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जो 24 घंटे काम करेगा। कोविड कंट्रोल रूम पर भी बर्ड फ्लू की भी सूचना की व्यवस्था की गई है। साथ ही आपातकालीन नंबर जारी किया है और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को सूचनाओं के लिए सक्रिय कर दिया गया है।
इस बीच पशुधन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि बर्ड फ्लू से घबराने की नहीं बल्कि सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता है। प्रमुख सचिव पशुधन भुवनेश कुमार ने सूबे के सभी अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे पोल्ट्री फार्मों की शत-प्रतिशत रिपोर्ट मुख्यालय पर निश्चित रूप से भेजें। सूबे के कई हिस्सों से पक्षियों के मरने की सूचनाएं मिलने पर वहां एहतियाती कदम उठाये जा रहे हैं। पशुधन मंत्री ने कहा है कि जनता में बर्ड फ्लूू के प्रति फैल रही भ्रान्तियों को दूर करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये।
उन्होंने पशुपालन विभाग को प्रदेश के सभी पोल्ट्री फार्मों का नियमित रूप से निरीक्षण करने व मृत पक्षी की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। पशुधन मंत्री मंगलवार को योजना भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के मंडलीय अपर निदेशक एवं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंनें कहा कि ठंड से मरने वाले पक्षियों की स्पष्ट रिपोर्ट भेजी जाये ताकि कोई भी भ्रामक जानकारी न फैले।
उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू से निपटने के लिए भारत सरकार और प्रदेश स्तर पर जारी की गयी गाइडलाइन का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित किया जाये। पशुधन मंत्री ने अधिकारियों को पशुओं की ईयर टैगिंग कार्य में आ रही शिकायतों पर विशेष ध्यान देते हुए उनका निराकरण किये जाने तथा पशुपालकों और किसानों के हित में जोखिम प्रबंधन एवं पशुधन बीमा के कार्यों को गम्भीरता से करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशु आरोग्य मेलों का आयोजन कराया जाये और अधिक से अधिक किसानों और पशु पालकों को विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों से लाभान्वित किया जाये।
प्रमुख सचिव पशुधन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य विकास भुवनेश कुमार ने जनपदीय अधिकारियों को बर्ड फ्लू के सम्बंध में नियमित निगरानी, निर्धारित संख्या में सैम्पलिंग भेजने, मृत पक्षी की सूचना पर तत्काल जांच कराने, पोल्ट्री फार्मों की शत.प्रतिशत रिपोर्ट मुख्यालय भेजने और जनपदों पर बर्ड फ्लू से बचाव के उपाय के लिए ‘क्या करें’ और ‘क्या न करें’ के लिए मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करने के सख्त निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा ने कहा कि बर्ड फ्लू बीमारी से बचाव के लिये प्रभावी कदम तत्काल उठाये जाएं और पोल्ट्री फार्मो का तत्काल निरीक्षण किया जाये। दूसरी ओर मंगलवार को शामली जिले में एक कॉलेज के परिसर में एक प्रवासी पक्षी के अवशेष मिलने के बाद कॉलेज को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया। टीम ने कंकाल को एकत्र किया और उसे एवियन इन्फ्लूएंजा का पता लगाने के लिये फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया।