बलरामपुर (उप्र)। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के गौरा थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को एक मामले में फर्जी धाराएं जोडऩे के लिए एक शिकायतकर्ता से कथित तौर पर रूपये की मांग करने के चलते निलंबित कर दिया गया है। पंजीकृत मुकदमे में फर्जी धाराएं जोडऩे का ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्वाई की गई है। पुलिस अधीक्षक देवरंजन वर्मा ने बुधवार को बताया कि वाट्सऐप पर वायरल हो रहे एक ऑडियो को संज्ञान में लेकर गौरा के थाना प्रभारी और दो सिपाहियों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है।
उन्होंने बताया कि वाट्सऐप के जरिए एक ऑडियो क्लिप उनके संज्ञान में आई थी, जिसमें थाना गौरा चौराहा के कुछ पुलिसकर्मी शिकायतकर्ता से रिश्वत लेकर दर्ज मुकदमे में फर्जी धाराएं जोड़ने की बात कर रहे हैं। वर्मा ने बताया कि इस अति गंभीर प्रकरण को तत्काल संज्ञान में लिया गया। ऑडियो क्लिप में बहुत अधिक स्पष्टता नहीं होने के बाद भी प्रथम दृष्टया थाना प्रभारी सन्तोष कुमार, दीवान राम प्रगट और सिपाही निगम सिंह के खिलाफ आरोप सही मालूम पड़ रहे हैं।
उन्होने बताया कि तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। सीओ सिटी को घटना के संबंध में दो दिन मे जाँच पूरी कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिया गया है। घटना के बारे में पुलिस ने बताया कि यह मारपीट का मामला है, जिसमें थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी राम प्रवेश पाण्डेय से उसके विरोधी के खिलाफ मामले में आरोप संबंधी धाराएं बढाने के लिए पैसा मांग रहे थे।