नई दिल्ली। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के एक सैनिक को पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में सोमवार को उस समय पकड़ लिया गया जब वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भटक कर भारतीय क्षेत्र में आ गया था। भारतीय सेना ने यह जानकारी दी। सेना ने बताया कि चीनी सैनिक की पहचान कॉर्पाेरल वांग या लान्ग के रूप में की गई है।
उसे ऑक्सीजन, भोजन और गर्म कपड़े सहित जरूरी चिकित्सा सहायता मुहैया कराई गई है। दोनों देशों के बीच मई में शुरू हुए गतिरोध के बाद भारत और चीन ने डेमचोक सेक्टर सहित पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर 50,000 से अधिक सैनिक तैनात किए हैं। सेना ने कहा कि चीनी सैनिक को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सौंप जाएगा।
भारतीय सेना ने एक बयान में बताया, ‘पीएलए सैनिक की पहचान कॉर्पाेरल वांग या लान्ग के रूप में हुई है और एलएसी पर भटक जाने के बाद उसे 19 अक्टूबर को पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में पकड़ा गया।’ इसमें कहा गया है, ‘पीएलए के सैनिक को अत्यधिक ऊंचाई और प्रतिकूल जलवायु संबंधी परिस्थितियों से बचाने के लिए ऑक्सीजन, भोजन और गर्म कपड़े के साथ ही चिकित्सा सहायता मुहैया कराई गई है।’
बयान के अनुसार लापता सैनिक के ठिकाने के बारे में पीएलए से एक अनुरोध प्राप्त हुआ है। सेना ने कहा, ‘स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार उसे चुशूल-मोल्डो बैठक स्थल पर चीनी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा।’ सूत्रों ने कहा कि चीनी सैनिक से पूछताछ की गई कि वह भारतीय क्षेत्र में कैसे आ गया।