मुंबई। फिल्मकार अनुराग कश्यप ने अभिनेत्री पायल घोष के बलात्कार के आरोपों को झूठा और धुष्ट बताते हुए शुक्रवार को पुरजोर तरीके से खारिज किया और कहा कि प्राथमिकी में घटना की जो काल बताया गया है, उस दौरान वह देश में ही नहीं थे। मामले में कश्यप से पुलिस की पूछताछ के एक दिन बाद फिल्मकार की वकील ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कश्यप ने पुलिस को 2013 अगस्त के दौरान फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में श्रीलंका में होने के सबूत दिए हैं।
घोष ने 22 सितम्बर को वर्साेवा थाने में कश्यप के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। उन्होंने आरोप लगाया है कि कश्यप ने अगस्त 2013 में उनके साथ बलात्कर किया था। फिल्मकार की वकील प्रियंका खिमानी ने एक बयान में कहा, कश्यप ने मामले में सभी आरोपों को खारिज किया है और पुलिस को बयान दर्ज करा दिया है। अपने बयान के समर्थन में पेश कश्यप के सबूत दर्शाते हैं कि घोष की शिकायत एकदम झूठी है।
मुम्बई पुलिस द्वारा गुरुवार को आठ घंटे तक पूछताछ किए जाने के बाद कश्यप ने कहा था कि वह दृढ़ता से कानूनी रास्ते अपनाएंगे। खिमानी ने एक बयान में कहा, कश्यप ने इस बात के सबूत मुहैया कराए हैं कि वह अगस्त 2013 में फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में श्रीलंका में थे। कश्यप ने स्पष्ट रूप से इस कथित घटना के होने और उनके खिलाफ लगाए सभी आरापों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि फिल्मकार का मानना है कि घोष के लगातार बदलते बयानों से ही उनके झूठ का पर्दाफाश हो जाता है।
बयान में कहा गया है, कश्यप ऐसी किसी भी घटना के होने को पूरी तरह खारिज करते हैं और आपराधिक न्याय प्रणाली का दुरुपयोग करने और गुप्त उद्देश्यों के लिए मी टू अभियान का इस्तेमाल करने के लिए घोष के खिलाफ कड़ी कार्वाई की मांग करते हैं। कश्यप को भरोसा है कि सत्य की जीत होगी। अभिनेत्री ने पिछले महीने ट्वीट कर कश्यप के खिलाफ यौन उत्पीडऩ करने का आरोप लगाया था।
इसके बाद, कश्यप के खिलाफ इस सप्ताह वर्साेवा थाने में भादंवि की धारा 376, 354, 341 और 342 के तहत मामला दर्ज किया गया था। घोष ने मंगलवार को केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले के साथ महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी और निर्देशक के खिलाफ कार्रवाई की अपील की थी।