वाशिंगटन। अमेरिकन एकेडमी आफ पीडियाट्रिक्स एंड द चिल्ड्रेन हॉस्पिटल एसोसिएशन के मुताबिक बच्चों के संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले उन राज्यों में मिल रहे हैं, जहां वैक्सीन नहीं लग पा रही है। अमेरिका के 34 राज्यों में बच्चों के बीच तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है। अस्पतालों में पहली बार गंभीर रूप से बीमार बच्चों की भीड़ लग रही है। इन बच्चों की उम्र दो महीने से लेकर 12 साल के बीच है। हालांकि, कई अस्पतालों के लिए इलाज करना मुश्किल हो रहा है। सबसे ज्यादा तकलीफ छोटे बच्चों को हो रही है। एक तो महामारी के कारण वे अपने माता-पिता से दूर हैं और बीमारी के कारण उनका सांस लेना भी दुश्वार है। गंभीर बच्चों को आॅक्सीजन दी जा रही है। कई बच्चे वेंटिलेटर पर हैं।
आलम यह है कि उनकी देखरेख में लगे डॉक्टरों और नर्सों को हफ्तों छुट्टियां भी नहीं मिल पा रही हैं। ऐसे में अस्पताल उन्हें दो गुना पैसे देने को मजबूर हैं। अमेरिकन एकेडमी आॅफ पीडियाट्रिक्स एंड द चिल्ड्रेन हॉस्पिटल एसोसिएशन के मुताबिक, अमेरिका में पिछले 7 दिनों में 1.80 लाख बच्चे संक्रमित मिले हैं। देश में एक लाख बच्चों में से 6,100 बच्चे संक्रमित हो रहे हैं। लुइसियाना के गवर्नर जॉन बेल एडवर्ड्स बताते हैं कि अगस्त से पहले तक राज्य में चार दिन में ३ हजार बच्चे संक्रमित हुए थे। लेकिन अब यह आंकड़ा ४ गुना तक बढ़ गया है। टेनेसी और टेक्सास में बच्चों के ढ्ढष्ट पूरे भरे हैं। अधिक वैक्सीन वाले कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क में भी बच्चों के मामले बढ़ रहे हैं। महामारी के बाद से अब तक ४०० बच्चों की मौत हो चुकी है।