नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल को लेकर असम के साथ-साथ आस-पास के राज्यों में हिंसा भड़की हुई है। अब इस बिल के विरोध की आग अब पश्चिम बंगाल पहुंच गई है। बंगाल के मुर्शिदाबाद में प्रदर्शनकारियों ने लालगोला रेलवे स्टेशन पर 5 खाली ट्रेनों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में सड़क मार्ग अवरुद्ध किए।
इस हिंसा से सड़क परिवहन के साथ ही रेल सेवाओं पर भी असर पड़ा है। पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद और उत्तरी 24 परगना जिलों तथा हावड़ा (ग्रामीण) से हिंसा की खबरें मिली हैं। हावड़ा जिले में एक रेलवे स्टेशन परिसर का हिस्सा शनिवार को भीड़ ने जला दिया और वहां तैनात सुरक्षार्किमयों की पिटाई की।
वहीं, पुलिस सूत्रों ने बताया कि सुबह से ही नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे हजारों लोगों ने संकरेल रेलवे स्टेशन के पास सड़कों को जाम कर दिया और कुछ दुकानों में आग लगा दी। रेलवे सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “दोपहर के समय वे (भीड़) स्टेशन परिसर में घुसे और टिकट काउंटर में आग लगा दी। जब आरपीएफ और रेलवे र्किमयों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उनकी पिटाई की गई।”
साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। पुलिस ने जानकारी दी कि गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने करीब 15 बसों को आग के हवाले कर दिया, जिनमें सार्वजनिक के साथ-साथ निजी बसें भी शामिल हैं। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-छह (मुंबई रोड) और राष्ट्रीय राजमार्ग-दो (दिल्ली रोड) को कोलकाता से जोड़ने वाले कोना एक्सप्रेसवे पर हावड़ा में यातायात अवरुद्ध कर दिया। उन्होंने बताया कि इससे एक्सप्रेसवे पर यातायात थम गया।
इतना ही नहीं पुलिस ने ये भी कहा कि मुर्शिदाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग 34 और जिले की कई अन्य सड़कों को बाधित कर दिया गया। यह राजमार्ग उत्तरी और दक्षिणी बंगाल को जोड़ने वाला एक प्रमुख मार्ग है। वहां बसों को भी आग के हवाले कर दिया गया। जिले में अन्य सड़कों को भी बाधित कर दिया गया।