बाल ट्रेन के इंजन में तकनीकी गड़बड़ी आ गई है
लखनऊ। चिड़ियाघर में बाल ट्रेन कई दिनों से बंद हैं। ट्रेन के इंजन में तकनीकी गड़बड़ी आ गई है, जिसे रेलवे के इंजीनियरों ने मौके पर जांच की। जांच में इंजन में लगने वाले कप्लर टूटा मिला जिसे गुजरात की एक कंपनी से मंगाया गया है। यह सामान 10 से 15 दिनों में आ पाएगा। तब तक दर्शक चिड़ियाघर में ई रिक्शा से चिड़ियाघर की सैर कर सकते हैं। शुक्रवार को चिड़ियाघर के ट्रैक पर खड़ी बाल ट्रेन देखकर बच्चे मायूस हो गए। चिड़ियाघर के चंद्रपुरी रेलवे स्टेशन से चलने वाली बाल ट्रेन पर बच्चे और परिवार के लोग बैठकर चिड़ियाघर की सैर करते हैं। बाल ट्रेन का सफर चंद्र पुरी स्टेशन से शुरू होकर झूला पार्क, मगरमच्छ का बाड़ा, सफेद बंध, जिराफ बाड़ा, टाइगर हाउस होते हुए वापस पहुंचती हैं। ट्रेन में बैठने के दौरान दर्शक सेल्फी लेते हुए दिखते हैं। 2014 में शुरू हुई थी बाल ट्रेन 28 फरवरी 2014 को बाल ट्रेन का संचालन शुरू किया गया। इसे लेकर लखनऊ प्राणि उद्यान में एक भव्य समारोह में किया गया। इसमें एक इंजन सहित चार बोगियां है। इस बाल ट्रेन में 84 लोगों के बैठने की क्षमता है। बाल ट्रेन का कप्लर टूट गया है। रेलवे के इंजीनियरों ने जांच की है। गुजरात की एक कंपनी को आर्डर देकर सामान मंगाए गए हैं। जल्द ही सामान आने पर बाल ट्रेन को ठीक कराकर चलाया जाएगा।