उप-शास्त्रीय संगीत की कार्यशाला का आज चौथा दिन
लखनऊ। भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय के गायन विभाग द्वारा 25 अप्रैल, 2025 से संचालित उप-शास्त्रीय संगीत की कार्यशाला का आज चौथा दिन था। उक्त कार्यशाला के लिए विशेषज्ञ के रूप में सुप्रसिद्ध कलाकार पंडित धर्मनाथ मिश्र जी को आमंत्रित किया गया है। पंडित जी द्वारा विद्यार्थियों को राग पीलू में बनारसी कजरी जिसके बोल हैं घिर आई है कारी बदरिया एवं राग पहाड़ी में मिजार्पुरी कजरी जिसके बोल हैं बीरन भैया अईहैं अनबैया हो सिखाई गई। साथ ही दीपचंदी ताल में निबद्ध चैती जिसके बोल हैं आज महा छवि छायी हो रामा अवध नगर में विद्यार्थियों को सिखाई। इसके अतिरिक्त दादरा भी सिखाया जिसके शब्द है तेरी जुल्मी निगाहों ने मारा हमें…। इन सभी रचनाओं में अलग अलग तरीके से कहन का ढंग भी विद्यार्थियों को बताया। तबले पर संगत श्री अनंत प्रजापति द्वारा किया गया। विद्यार्थी पूरे उत्साह के साथ उक्त कार्यशाला में भाग ले रहे हैं।