लखनऊ। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष के तीखे हमलों का सख्ती से जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिजनौर जैसी घटनाओं को स्वीकार नहीं किया जाएगा। प्रत्येक बेटी और बहन के साथ प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार लेगी। किसी को अराजकता फैलाने की छूट सरकार नहीं देगी।
मुख्यमंत्री बुधवार को विधानसभा सत्र में विपक्ष द्वारा प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर लगाए गए आरोपो-प्रत्योरोपों का सिलेसिले वार जवाब देते हुए महिला उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर लगाए जा रहे आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने महिला उत्पीड़न के अलावा बिजनौर के सीजेएम कोर्ट में हुई हत्या का उल्लेख करते हुए कहा कि जो जैसा करता है उसको वैसा ही मिलता है। बिजनौर की घटना में ऐसा ही हुआ। सरकार न्यायपालिका की सुरक्षा को लेकर खासी गंभीर है। इस दिशा में न्यायपालिका की सुरक्षा की व्यवस्था का प्रस्ताव न्यायपालिका को भेजा है और जैसे ही न्यायपालिका इस प्रस्ताव को मंजूर करती है तो वैसे ही प्रदेश सरकार इसे लागू कर देगी।
उन्होंने बिजनौर व उन्नाव में बलात्कार पीड़िता को जलाये जाने की घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि सरकार इन्हें रोकेगी। योगी ने कहा नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी और हमारे विरोधी दलों के अन्य सम्मानित नेताओं ने जो मुद्दे उठाये हैं, वे अत्यंत संवेदनशील हैं और गंभीर भी। किसी भी सभ्य समाज के लिए हिंसा और अपराध के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए और इसीलिए अपराध और अपराधियों के खिलाफ प्रदेश सरकार की कतई बर्दाश्त नही की नीतियों का परिणाम है कि अपराधी या तो जेल के अंदर है या प्रदेश छोड़कर भाग चुका है या फिर दूसरे लोकों की यात्रा पर निकल चुका है। स्वाभाविक रूप से इसके परिणाम सामने आये हैं।
योगी ने कहा 2016 और 2019 के अपराधों की तुलना करें तो डकैती, लूट, हत्या, बलबा, फिरौती अपहरण, बलात्कार की घटनाओं में कमी आयी हैं। महिला संबंधी अपराध हम सबकी चिन्ता का विषय है। महिलाओं के लिए केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा चलायी गयी योजनाओं का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि सरकार ने आने के साथ ही पूरे प्रदेश में एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया।