लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवाद पर योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए बयान पर सदन में विपक्ष के नेता समाजवादी पार्टी के राम गोविंद चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शायद न तो देश का और न ही अपनी पार्टी का संविधान पढ़ा है।
विधानसभा में 18 फरवरी को पेश किए गए बजट भाषण पर चौधरी ने सदन में आज कहा कि कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री ने शायद अपनी पार्टी का संविधान नहीं पढ़ा है और तभी उन्होंने इस तरह का बयान दिया।
चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिस रामराज्य के बारे में बात की, वह समाजवाद से ही आएगा। भगवान राम ने भी सबके लिए काम किया था।
उन्होंने देश के संविधान और भारतीय जनता पार्टी के संविधान के उन हिस्सों का हवाला दिया जिनमें समाजवाद की बात कही गई है।
चौधरी ने कहा, भाजपा के लिए राम वोट का साधन हैं जबकि वह हमारे लिए वह अराध्य हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री समाजवाद को बुरा-भला कह रहे हैं, वह इसे समझ नहीं सके हैं।
उन्होंने संविधान के नाम पर शपथ ली है जिसमें समाजवाद की बात कही गई है। वह इससे कैसे इनकार कर सकते हैं। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पिछले सप्ताह बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि देश को रामराज्य की आवश्यकता है, न कि समाजवाद की।
उन्होंने कहा था कि इस देश में रामराज्य ही चाहिए, समाजवाद नहीं चाहिए। क्योंकि जो अस्वाभाविक है, अप्राकृतिक है और अमानवीय है, वह चेहरा समाजवाद का देश के सामने आया है। जो सार्वभौमिक है, सार्वदेशिक है, सर्वकालिक है, काल-परिस्थितियों से परे शाश्वत है, वही रामराज्य है।