खाटूश्याम मन्दिर में भागवत कथा
लखनऊ। वीरबल साहनी मार्ग स्थित खाटू श्याम मंदिर परिसर में वैकुण्ठवासी सुप्रसिद्ध समाजसेवी श्री रूपनारायण अग्रवाल (बच्चे लाला) की पुण्य स्मृति में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन सोमवार को कथाव्यास स्वामी बाल भरत जी महाराज नें भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण की चपल बाल लीलाओं से ग्वाल बाल गाय बछड़े और यमुना की धारा तक प्रसन्न हो जाती थी। माखन चोरी और मृद भक्षण की लीलाओं की व्याख्या करते हुए कहा कि भगवान ने माखन की चोरी करके अपने मित्रों तथा वानरों को खिलाया क्योंकि रामावतार में वानरों को वरदान दिया था कि कृष्णावतार में हम तुमको अपने हाथों से माखन खिलाएंगे। बाल भरत जी महाराज ने कालिया नाग प्रसङ्ग की कथा सुनाते हुए कहा कि यमुना भक्ति है कालिया पाखंड का रूप है तथा विष ही प्रदूषण है अर्थात यमुना रूपी भक्ति में जब कालिया रूपी पाखंड घुस जाता है तो यमुना रूपी भक्ति प्रदूषित हो जाती है इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने कालिया को उसके परिवार सहित रमणक द्वीप भेज दिया। कथा के मुख्य यजमान प्रदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार को गोपी उद्धव संवाद व रुक्मणी विवाह की कथा होगी। कथा 13 अगस्त तक चलेगी।