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जीतनी ही होगी कोरोना से जंग

लखनऊ। कोरोना वायरस से पूरी दुनिया डरी हुई है। भारत में भी यह चिंता कम नहीं है लेकिन भारत ने जिस तरह जागरूकता, सजगता, सतर्कता और स्वच्छता बरती है। रेल, सड़क और हवाई सेवाओं को रोका जा रहा है,जगह-जगह सेनेटाइजर के प्रयोग हो रहे हैं। उससे भारत में कोरोना वॉयरस का दम तोड़ना सौ प्रतिशत तय है लेकिन कुछ लोग जिस तरह की चूक कर रहे हैं, उसके गंभीर नतीजों से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस से बचाव हेतु जनता कर्फ्यू के आह्वान और जागरूकता संबंधी पहल का स्वागत किया है। उसने पहले भी कई पत्र लिखे थे। भारत के स्वास्थ्यमंत्री जिस तरह विश्व स्वास्थ्य संगठन से तालमेल मिलाकर काम कर रहे हैं, उससे भारत में कोरोना वायरस को बढ़ने से रोकने में मदद मिली है। डब्ल्यूएचओ ने आगाह किया है कि युवा भी कोरोना वॉयरस की चपेट में आ सकते हैं। कोरोना केवल बुजुर्गों के लिए घातक है,यह मिथक टूट गया है।

वहीं केजीएमयू आइसोलेशन वार्ड के डॉक्टर हिमांशु ने कहा कि जनता सहयोग बनाये रखे तो हम यह लड़ाई जरूर जीतेंगे। कोरोना वायरस से पोलैंड में 27 साल की महिला की मौत हो गई है। इससे इतना तो तय है कि रोग उम्र नहीं देखता। रोग कोई भी हो,उसकी गंभीरता को कमतर नहीं आंका जा सकता। रोग में इलाज से ज्यादा कारगर होता है पीड़ित व्यक्ति का धैर्य और संकल्प। उसकी जिजीविषा और जागरूकता।

रोग के रक्त-बीज अपनी वंशवृद्धि न करें, यह सुनिश्चित करना हर आम और खास की जिम्मेदारी है। संक्रामक रोगों की स्थिति में तो व्यक्ति की यह जिम्मेदारी ओर भी बढ़ जाती है। वैसे जिस तरह दुनिया भर में ढाई लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, उससे इस वायरस की भयावहता का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में जनता द्वारा जनता कर्फ्यू लगाने का आग्रह किया है। उनकी इस अपील को देशव्यापी समर्थन भी मिल रहा है। माल, दुकान, स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और सिनेमाहाल तक पहले ही बंद हो चुके हैं।

सरकार की गाइडलाइन के तहत लोग सेनेटाइजर का इस्तेमाल भी कर रहे हैं और मास्क भी लगा रहे हैं। सेनेटाइजर और मास्क की बढ़ती मांग इस बात का संकेत है कि अपनी जागरूकता से भारत जल्द ही कोरोना को करारी शिकस्त दे देगा। जनता द्वारा अपने पर लगाए गए कफ् र्यू को कुछ लोग स्थायी कर्फ्यू की आहट मान रहे हैं लेकिन संक्रामक रोगों से बचने के लिए जरूरी है कि लोगों से मिलना-जुलना कम या बंद किया जाए।

डॉक्टरों की टीम जिस तरह कोरोना संक्रमित लोगों के बचाव में जुटी है, वह एक स्वस्थ संकेत है। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और कई बड़े नेता भी कोरोना को हर हाल में हराने का दावा कर चुके हैं। भारत के लोगों ने भी ठान रखा है कि वह अपनी सरजमी पर चीन, इटली, फ्रांस और अमेरिका जैसा प्रदर्शन कोरोना को करने नहीं देगा। उसकी कमर को तोड़ना ही हर भारतवासी का लक्ष्य है। रेलवे विभाग ने कई ट्रेनों का संचालन पहले ही रोक रखा है।

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