नई दिल्ली। माकपा महासचिव सीताराम एचुरी ने कहा है कि विवादास्पद नागरिकता कानून, एनआरसी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर एनपीआर का विरोध करने वालों की आवाजों को कुचला नहीं जा सकता।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पश्चिम बंगाल के दौरे के दौरान प्रदर्शनों की सराहना की। मोदी वापस जाओ, भाजपा मुर्दाबाद नारे वाली तख्तियां लेकर उतरे कार्यकर्ता कोलकाता के एसप्लानेड इलाके में शनिवार को पूरी रात धरने पर बैठे रहे और कहा कि शहर से प्रधानमंत्री के वापस जाने तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
एचुरी ने ट्वीट किया, भेदभाव वाले सीएए-एनआरसी-एनपीआर का विरोध करने वालों की आवाज को कुचला नहीं जा सकता। माकपा नेता ने कहा, प्रधानमंत्री संपर्क से दूर हैं और सोचते हैं कि वह इससे दूर रह सकते हैं। वह नहीं रह सकते। भारत के युवा आ चुके हैं और इस देश को आगे ले जाएंगे।
The CAA and the NRC are to be seen in tandem. As per the Citizenship Rules 2003, an NPR is to be compiled which will be the basis for the NRC. The NPR-NRC process will affect millions of poor people and those belonging to marginalized communities and target the minority community pic.twitter.com/lJFTbI0cGR
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) January 12, 2020
मोदी ने राज्य के दो दिवसीय दौरे के दौरान कोलकाता में शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। राजभवन में यह बैठक से वक्त हुई जब संशोधित नागरिकता कानून को लेकर भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच तीखा टकराव चल रहा है।