लखनऊ। कानपुर के चर्चित विकास दुबे केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को लखनऊ में आरोपी जय बाजपेयी समेत 36 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बता दें कि ईडी की टीम घटना के तत्काल बाद सक्रिय हो गई थी। टीम ने आरोपियों की संपत्तियों का ब्योरा पहले ही जुटा लिया था। पुलिस और आयकर विभाग की जांच के आधार पर कई दस्तावेज ईडी के हाथ लगे हैं।
इससे पहले खुद प्रदेश सरकार ने आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय से विकास दुबे के प्रमुख सहयोगी और कानपुर कांड के अभियुक्त जयकांत बाजपेई द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई सम्पत्तियों की जांच कराने के लिए पत्र भेजा था।
एसएसपी कानपुर नगर ने शासन को भेजी गई अपनी रिपोर्ट में कहा था कि चौबेपुर थाने में आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 395, 412 व 120 बी तथा 7 सीएलए के तहत दर्ज मुकदमे के अभियुक्त जयकांत बाजपेई द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई सम्पत्तियों का प्रकरण प्रथमदृष्ट्या सत्य प्रतीत रहा है।
एसएसपी ने ही शासन से मामले की जांच आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय एजेंसियों से कराने का अनुरोध किया था। इसी रिपोर्ट के आधार पर गृह विभाग ने आयकर विभाग लखनऊ के मुख्य आयकर आयुक्त तथा प्रवर्तन निदेशालय लखनऊ के संयुक्त निदेशक से अभियुक्त जयकांत बाजपेई की सम्पत्तियों की विस्तृत जांच कराने को कहा था।
यहां बताते चलें कि विकास दूबे काण्ड में कुल 21 लोग नामजद किये गये थे और 60-70 के नाम अज्ञात थे। इस पूरी घटना में अब तक कुल 36 आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं और विकास दूबे समेत छह आरोपी मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं।