मुंबई। कोरोना वायरस के चलते अमेरिका में फंसे हजारों भारतीय पेशेवरों के लिए राहत की खबर है। ट्रंप सरकार ने एच-1बी वीजा धारकों को अतिरिक्त समय तक देश में रहने की अनुमति देने के लिए आवेदन स्वीकार करना शुरू कर दिया है। बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के चलते लगभग पूरी दुनिया लॉकडाउन के दौर से गुजर रही है और सभी यात्री सेवाएं रद्द हैं।
एच-1बी वीजा एक गैर-प्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को विशेषज्ञता के आधार पर विदेशी कर्मचारियों को नौकरी पर रखने की अनुमति देता है। अमेरिका की टेक्नोलॉजी कंपनियां इस वीजा के आधार पर भारत और चीन जैसे देशों के हजारों पेशेवरों को हर साल नौकरी देती हैं।
अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस)ने एक नई अधिसूचना में कहा है कि वह इस बात को समझता है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से आप्रवासन संबंधी चुनौतियां आई हैं।अमेरिका ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब विभिन्न देशों ने अपनी सीमाएं बंद कर दी हैं और पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों पर रोक लगी हुई है।
यात्रा प्रतिबंधों की वजह से कई ऐसे एच-1बी वीजाधारक अमेरिका में फंस गए थे जिनके वीजा परमिट की अवधि जल्द ही पूरी होने जा रही थी। हालांकि, डीएचएस जल्द ही ऐसे वीजा के विस्तार के लिए आवेदन लेना शुरू कर देगा जिनकी अवधि समाप्त होने वाली है। विभाग ने कहा कि हम मानते हैं कि कोरोना वायरस की वजह से गैर-अप्रवासी अपने प्रवास की तय अवधि से अधिक समय के लिए अमेरिका में रह सकते हैं।