back to top

यूपीआई ने रचा इतिहास, वीज़ा को पछाड़ते हुए बना विश्व का नंबर 1 रीयल-टाइम पेमेंट सिस्टम

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा हाल ही में जारी एक नोट,बढ़ते खुदरा डिजिटल भुगतान अंतर-संचालनीयता का मूल्य के अनुसार, भारत की रीयल-टाइम भुगतान तकनीक यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) वीज़ा को पीछे छोड़ते हुए वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनकर उभरी है। आईएमएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि यूपीआई ने भारत के 85 प्रतिशत और वैश्विक स्तर पर लगभग 60 प्रतिशत डिजिटल भुगतानों को संचालित किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यूपीआई प्रतिदिन 64 करोड़ से ज़्यादा लेनदेन संभाल रहा है, वीज़ा के प्रमुख ने कहा।

उन्होंने आगे कहा कि जून 2025 में 18.39 अरब यूपीआई लेनदेन के ज़रिए 24 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ। पिछले साल इसी महीने की तुलना में लेनदेन का प्रतिशत साल-दर-साल 32 प्रतिशत बढ़कर 13.88 अरब हो गया। आईएमएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) अब दुनिया की नंबर एक रीयल-टाइम भुगतान प्रणाली भी है। इसने दैनिक लेनदेन के प्रसंस्करण में वीज़ा को पीछे छोड़ दिया है। यूपीआई प्रतिदिन 64 करोड़ से ज़्यादा लेनदेन संभालता है, जबकि वीज़ा 63 करोड़ 90 लाख लेनदेन संभालता है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि यह पैमाना असाधारण है, खासकर जब आप यह समझते हैं कि यूपीआई ने इसे केवल नौ वर्षों में हासिल किया है।

यूपीआई एक रीयल-टाइम भुगतान प्रणाली है जो मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से बैंक खातों के बीच तत्काल धन हस्तांतरण को सक्षम बनाती है। यह तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) के बुनियादी ढांचे पर आधारित है। यूपीआई कई बैंक खातों को एक ही ऐप में लाता है और धन हस्तांतरण, व्यापारी भुगतान और पीयर-टू-पीयर भुगतान अनुरोध जैसी विभिन्न सुविधाओं का समर्थन करता है, जिससे डिजिटल लेनदेन त्वरित और सुविधाजनक हो जाता है।

आईएमएफ की रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि यूपीआई तकनीक भौगोलिक रूप से भारत तक ही सीमित नहीं रही है, क्योंकि हाल के दिनों में कई देशों ने भी इसे अपनाया है। आईएमएफ की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि सफलता की कहानी केवल भारत तक ही सीमित नहीं है, “यूपीआई सीमाओं के पार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। यह पहले से ही संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस और मॉरीशस सहित सात देशों में मौजूद है।

फ्रांस में इसका प्रवेश एक मील का पत्थर है क्योंकि यह यूरोप में यूपीआई का पहला कदम है। इसमें आगे कहा गया है कि इससे वहाँ यात्रा करने वाले या रहने वाले भारतीयों को विदेशी लेनदेन की सामान्य परेशानियों के बिना सहजता से भुगतान करने की सुविधा मिलती है। भारत ब्रिक्स समूह, जिसमें अब छह नए सदस्य देश शामिल हैं, में यूपीआई को एक मानक बनाने पर भी जोर दे रहा है। आईएमएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर ऐसा होता है, तो इससे धन प्रेषण में सुधार होगा, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा और डिजिटल भुगतान में एक वैश्विक तकनीकी नेता के रूप में भारत की छवि मज़बूत होगी।

आईएमएफ की रिपोर्ट में बताया गया है कि यूपीआई ने एनपीसीआई द्वारा प्रबंधित एक साझा प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से बैंकों और फिनटेक ऐप्स को जोड़ा है। इस खुलेपन के दो बड़े फ़ायदे हैं, उन्होंने आगे कहा,पहला, उपयोगकर्ताओं को भरोसे या उपयोग में आसानी के आधार पर अपना पसंदीदा ऐप चुनने की आज़ादी है। दूसरा, इससे प्रदाताओं के बीच बेहतर सुविधाएँ और सुरक्षा प्रदान करने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा होती है।

RELATED ARTICLES

सीएम योगी ने बजाया पारंपरिक ढोल, ‘जनजाति भागीदारी उत्सव’ का किया शुभारंभ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 'जनजाति भागीदारी उत्सव' का भव्य शुभारंभ किया। इस...

भारत की सनातन संस्कृति और जापान की शिन्तो संस्कृति के मेल की साक्षी होगी संगम नगरी

सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में कुंभ नगरी प्रयागराज में जापानी और भारतीय स्थापत्य कला की साझी विरासत का होगा संगम प्रयागराज । संगम नगरी...

फिल्म गोलमाल 5 में नजर आएंगी करीना कपूर

मुंबई। बालीबुड की जानीमानी अभिनेत्री करीना कपूर 45 की उम्र में भी अपने एक्टिंग स्किल्स और ग्लैमर से लोगों को अपना मुरीद बना लेती...

उत्तराखंड महोत्सव : गीत-संगीत व लोकनृत्य से सजा गोमती तट

10 दिवसीय उत्तराखंड महोत्सव पंचम दिवसलखनऊ। महोत्सव के पंचम दिवस अपार भीड़, लगभग 150 स्टॉल सब फुल, उनमें मिल रहे विविध हस्तशिल्प उत्पाद, अन्य...

लखनऊ जू : बंदरों को गुड़, हिरण को लहसुन और पक्षी पीएंगे दाल

वन्यजीवों को सर्दी से बचाने के लिए किये जा रहे विशेष इंतजाम लखनऊ। सर्दी का मौसम शुरू होते ही प्राणि उद्यान में वन्यजीवों के रहन-सहन...

पूजा-अर्चना के साथ लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव का शुभारंभ

कलाकारों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कियालखनऊ। अवध बिहार योजना अवध शिल्प ग्राम (खुला क्षेत्र) लखनऊ उत्तर प्रदेश में लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव का शुभारंभ...

साजन-स्वरांश की गायकी से भक्तिरस में डूबे श्रोता

आरती, सुधा, सत्या, हेमा व संजोली को मिला सम्मानगौरैया संस्कृति महोत्सव : पहली शाम लखनऊ। गौरैया संस्कृति संस्थान के संस्कृति महोत्सव का पहला दिन पद्मभूषण...

ढोलक की थाप से भागीदारी उत्सव का हुआ शुभारंभ

ढोलक की गूंज और जनजातीय कलाकारों के पारंपरिक नृत्य ने बनाया माहौलजनजातीय संस्कृति का दिखा जीवंत प्रदर्शनलखनऊ। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर...

धरोहर में गूंजी पद्मश्री रोनू मजूमदार की बंसी और पं.रघुनंदन का गायन

यूपीएसएनए के स्थापना दिवस समारोह में गायन बना आकर्षण का केन्द्रलखनऊ 13 नवम्बर। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी का स्थापना दिवस समारोह धरोहर गुरुवार...