महामारी के दौर में जब दुनिया लॉकडाउन और तमाम अन्य बंदिशों में थी, देश में अनलॉक के तीसरे चरण में धीरे-धीरे आम जनजीवन पटरी पर लौटने की जद्दोजहद कर रहा था, तब भारत सरकार ने अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए बड़े राहत पैकेज का ऐलान किया और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए किसान एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की बात कही थी ताकि किसान उपज को एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से ले जाकर बड़े शहरों में बेचकर मुनाफा कमा सकें।
किसान एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की शुरूआत सात अगस्त को हुई थी जब महाराष्ट्र के देवकाली से बिहार के दानापुर और फिर मुजफ्फरपुर तक पहली किसान एक्सप्रेस ट्रेन की शुरूआत की गयी थी। इसके बाद महज पांच महीने में सरकार ने 100 किसान एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन शुरू करके एक तरह से किसानों की उपज को बहुत सस्ते दर पर शहर तक पहुंचाने और लाभकारी मूल्य पाने के मार्ग में आने वाली तमाम कठिनाइयों को दूर कर दिया।
दरअसल साधारण ट्रेनों से हरी सब्जियां, दूध, फल जैसे उत्पाद ज्यादा दूर तक नहीं ले जाये जा सकते, क्योंकि उनके खराब होने का खतरा था। दूसरे साधारण ट्रेने बहुत देर से पहुंचाती थीं। ऐसे में सरकार ने स्पेशल किसान एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन शुरू किया ताकि ये ट्रेनें शीघ्र ही शहर पहुंच जायें और खेतों से निकलने के बाद सब्जियां खराब न होने पायें।
किसान एक्सप्रेस ट्रेनें पूरी तरह से चलती-फिरती कोल्ड स्टोरेज की तरह हैं जिसमें सब्जियां लादने के बाद खराब नहीं होंगी। यह भी कि ये ट्रेने बहुत अधिक जगहों पर रुकने के बजाय अपने प्रस्तान बिन्दु से गंतव्य स्थल तक पहुंचने में सिर्फ निर्धारित जगहों पर सब्जी, फल आदि लादने-उतारने के लिए रुकेंगी, इनके स्टॉपेज बहुत सीमित होंगे ताकि ये जल्दी से जल्दी अपने गंतव्य तक पहुंचकर कृषि उत्पादों को बाजार तक पहुंचा सकें।
इससे एक तो कृषि उपज खराब नहीं होगी, दूसरे जल्द पहुंचेंगे और तीसरे इस ट्रेन का किराया इतना कम होगा कि किसानों की लागत अधिक नहीं होगी। ट्रेन के डिब्बे फ्रिज की तरह होंगे, जिस कारण उसमें लदे फल और सब्जियां खराब नहीं होंगे। रेलवे ने किसानों, एग्रीगेटर्स, मार्केट कमेटी और लोडर्स से आग्रह किया है कि वे इस ट्रेन का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाकर इसके परिचालन को सार्थक बनायें।
किसान ट्रेनों का संचालन अगर सफल होता है तो संभव है सरकार इन ट्रेनों कीसंख्या और बढ़ाये ताकि हर जिले से किसान एक्सप्रेस ट्रेन गुजरे और वहां से हरी सब्जियां, दूध, फल और अन्य कृषि उत्पाद बड़े शहरों में उपभोक्ताओं तक पहुंचा सके। स्पेशल किसान ट्रेन योजना से किसानों के साथ ही शहरवासियों को भी फायदा होगा।
किसान को अपने उत्पादों के लिए बड़ा एवं लाभकारी बाजार मिलेगा और शहरवासियों को स्वास्थ्यवर्धक ताजी-हरी सब्जियां, फल एवं अन्य उत्पाद मिलेंगे। इस तरह किसान ट्रेन किसानों की आय बढ़ाने में बहुत सार्थक साबित होगी, लेकिन यह भी जरूरी है कि इस ट्रेन को लोकप्रिय बनाने के साथ ही सस्ता रखने और सभी तरह की बाधाएं दूर करने का प्रयास हो और किसान इसका पूरा लाभ उठायें।