शैलेन्द्र श्रीवास्तव लखनऊ। समाजवादी पार्टी इस बार लोकसभा चुनाव को लेकर काफी सजग दिख रही है। पिछले 2022 के विधानसभा चुनाव से सबक लेकर अबकी बार पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर मजबूत पकड़ बनाने का संदेश दिया है और इसके लिए जिलेवार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही खुद अखिलेश यादव भी प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेकर उन्हें बूथ को मजबूत करने का मंत्र दे रहे है।
2022 के बीते विधानसभा चुनाव को लेकर सपा ने बूथ स्तर पर हेराफेरी, मतदाताओं के नाम काटने समेत कई आरोप लगाये थे और यहां तक की मतपेटियों में भी हेराफेरी के आरोप लगाये थे लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में सपा अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने पर जोर दे रहे है। मऊ के घोसी में हुए उपचुनाव की जीत से उत्साहित सपा अब अपने कार्यकर्ताओं को बूथ को मजबूत करने में लग गये है।
इसके लिए समाजवादी लोक जागरण अभियान के तहत प्रशिक्षण शिविर दिया जा रहा है। समाजवादी प्रशिक्षण शिविर में लोकतंत्र का भविष्य, वोटर लिस्ट प्रबंधन, समाजवाद और लोकतंत्र, जातीय जनगणना है जरूरी, भाषा एवं शिष्टाचार, सोशल मीडिया, राजनीति में युवाओं की भागीदारी, सामाजिक न्याय, वर्तमान सरकार में पिछड़ों की स्थिति तथा चुनाव प्रबंधन पर चर्चा हो रही है और इन्हें मुद्दों पर धार दी जा रही है।
भाजपा की तर्ज पर अब सपा भी अपने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर इतना मजबूत करना चाहती है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनके प्रत्याशियों की जीत शत-प्रतिशत हो। इस प्रशिक्षण शिविर में सपा के करीब सभी वरिष्ठ नेता पहुंच रहे हैं और कार्यकर्ताओं में जोश भर रहे हैं ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी स्थिति मजबूत हो सकें।