– कोरोना वायरस के कारण अप्रैल में नहीं शुरू हो सका शैक्षिक सत्र
– अगले साल के बोर्ड परीक्षा में छात्रों को मिल सकती है राहत
लखनऊ। कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन में स्कूलों का वर्तमान शैक्षणिक सत्र बिगड़ गया है। स्कूल अब मई में खुलने के आसार कम ही नजर आ रहे है। ऐसे में सत्र 2020-21 में छात्रों के लिए उपस्थिति की अनिवार्यता में छूट मिल सकती हैं।
स्कूलों में को यह आश्वासन सीबीएसई बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने दी है। वह इन दिनों स्कूलों के प्रिसिंपल से जूम वीडियो कॉल के जरिए मीटिंग कर रहे है। बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए 75 प्रतिशत की उपस्थिति की अनिवार्यता बोर्ड की ओर से तय की गई है। इस साल बोर्ड ने पूरे देश में 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले हजारों छात्रों के प्रवेश कार्ड रोक दिए थे लेकिन इस साल कोरोना के कारण स्कूलों का संचालन अपने नियमित समय पर नहीं हो पा रहा है. ऐसे में बोर्ड इस साल इसमें छूट देने की तैयारी कर रहा है।
सीबीएसई क्लास 10वीं व 12वीं का मूल्यांकन जल्द ही शुरू करने की तैयारी कर रहा है। संभव है कि तीन मई के बाद ही बोर्ड मूल्यांकन शुरू करा दें। इस पर सेंट्रल नोडल सुपरवाइजर्स को सभी विषयों के परीक्षकों का पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी स्कूलों के प्रिंसिपल से जमा कराने को कहा है। इसके बाद परीक्षकों के घर ही उत्तर पुस्तिकाएं पहुंचाई जाएगी और सात से आठ दिन का समय मूल्यांकन के लिए दिया जाएगा। इसके बाद बोर्ड रिजल्ट एकत्र करेगा।