लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन शुक्रवार को कर दिया गया। प्रदेश में मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि इस बार पुनरीक्षण में महिलाओं के अनुपात में सुधार हुआ है और नये मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। इसके अलावा पुनरीक्षण के दौरान अलग-अलग कारणों से कुल 7.85 लाख वोटरों के नाम काटे भी गये हैं।
शुक्ला ने बताया कि इस बार वोटर लिस्ट में महिला मतदाताओं के अनुपात में सुधार हुआ है। पहले हुए प्रकाशन में महिला मतदाताओं का जनसंख्या के सापेक्ष कुल 850 (6.69 करोड़) था, जो इस बार बढ़ कर 851 (6.74 करोड़) हो गया है। इसी तरह पुनरीक्षण में इस बार 18-19 आयु वर्ग के कुल 3.92 लाख नये मतदाताओं के नाम जोड़े गये हैं। उन्होंने बताया की अभियान की शुरुआत में यह संख्या 3.50 लाख थी।
शुक्ला ने बताया मौजूदा समय में 18-19 साल के कुल मतदाताओं की संख्या 7.42 लाख है। यह पुनरीक्षण कोविड महामारी के बीच सुरक्षित तौर से पूरा कराया गया है। उन्होंने बताया कि पुनरीक्षण की अवधि में कुल 7.85 लाख वोटरों के नाम काटे गये हैं। इनमे 4.04 लाख मृतक श्रेणी के, 2.68 लाख शिफ्टेड श्रेणी के और 1.05 लाख रिपीटेड श्रेणी के थे। इस तरह महादता सूची में मौजूद विभिन्न श्रेणियों की त्रुटियों से 1.12 लाख संशोधन सम्बन्धी कार्यवाही की गयी।
सीईओ ने बताया कि पिछले प्रकाशन में मतदाताओं की कुल संख्या 14.56 करोड़ थी, जो इस बार बढ़ कर 14.66 करोड़ हो गयी है। पुनरीक्षण में दिव्यांग मतदाताओं का ईआरओ नेट पर टैगिंग का काम भी कराया गया। मौजूदा समय ने 8.67 लाख दिव्यांग मतदाताओं की टैगिंग का काम ईआरओ नेट पर किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में प्रदेश में कुल 1,63,494 पोलिंग स्टेशन हैं।