लखनऊ। लखनऊ के निकट नगराम में एक नहर में वैन गिरने के बाद डूबे सभी सात बच्चों के शव निकाल लिए गए हैं । गुरुवार को हुई इस घटना में एक वैवाहिक समारोह से लौट रही वैन इंदिरा नहर में गिर गई थी।
इस घटना में 29 लोग नहर में डूब गए थे, जिनमें से 22 लोगों को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया था। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि घटना के बाद लापता हुए सात बच्चों में से दो बच्चों के शव सुबह पांच बजे निकाले गए जबकि दो और बच्चों के शव दोपहर बाद करीब ढ़ाई बजे निकाले गए। तीन बच्चों के शव गुरुवार शाम ही मिल गए थे।
इस तरह लापता सभी सातों बच्चों के शव निकाले जा चुके हैं और अब राहत और बचाव अभियान समाप्त कर दिया गया है। इन बच्चों के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाने के लिए शासन के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इनमें से छह बच्चे बाराबंकी जिले से जबकि एक बच्चा लखनऊ जिले से है।
लखनऊ के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने भाषा को बताया कि लापता सात बच्चों में से शनि (5), सौरभ (8) और अमन (9) के शव गुरुवार शाम को नहर से निकाले गए थे, शुक्रवार सुबह साजन (8) और मानसी (3) के शव भी मिल गए जबकि दोपहर बाद सचिन (6)और मानसी(5) के शव निकाले गए।
उन्होंने बताया कि बच्चों को तलाश करने का काम पूरी रात चलाया गया और आज दोपहर ढाई बजे यह समाप्त हो गया। शर्मा ने बताया था कि गुरुवार सुबह करीब तीन बजे बाराबंकी लौट रही एक पिकअप वैन तडके इंदिरा नहर में जा गिरी जिससे वैन में सवार सभी 29 लोग नहर में डूब गए। इनमें करीब 19 बच्चे थे।
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की टीम के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें घटना स्थल पर पहुंच गई और तुरंत राहत और बचाव का काम शुरू हो गया था।
बच्चों के परिजनों का आरोप है कि वैन का चालक शराब के नशे में था और बहुत तेज गति से वाहन चला रहा था। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने माना कि वाहन की रफ्तार तेज होने के कारण यह हादसा हुआ और वैन अंधेरे में पानी में जा गिरी।
उन्होंने बताया था कि कुछ घंटो बाद 22 लोगों को नहर से जिंदा बचा लिया गया था इंदिरा नहर का पानी रोक दिया गया था लापता सात बच्चों की तलाश जारी रखी गई थी । इसके अलावा कई स्थानों पर जाल डालकर भी बच्चों की तलाश की गई।