तेजस का बल

राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता, सेना के सशक्तीकरण और उसकी मारक क्षमता को बढ़ाने, रक्षा अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहन के साथ ही रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में ऐतिहासिक पहल करते हुए भारत सरकार ने 48 हजार करोड़ की लागत से 83 तेजस युद्धक विमान को खरीदने की मंजूरी दे दी है। स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान तेजस कई एयर शो और देश-विदेश की रक्षा प्रदर्शनी में बेहतर प्रदर्शन करने, टेक-ऑफ, लैंडिंग के साथ अरेस्टेड लैंडिंग जैसे तमाम कठिन टेस्ट एवं परीक्षण में पूरी तरह से खरा उतरा है।

एयर फोर्स में 2016 से शामिल है। ऐसे में एयर फोर्स को 83 नये तेजस मिलने से वायु सेना की क्षमता में इजाफा होगा और इसकी स्क्वाड्रन क्षमता भी चार-पांच यूनिट का इजाफा होगा। गौरतलब है कि अभी एयर फोर्स के लिए युद्धक विमानों का 42 स्क्वाड्रन स्वीकृत है लेकिन मिग श्रेणी के युद्धक विमानों को धीरे-धीरे सेवा से हटाया जा रहा है जिसके कारण एयर फोर्स की स्क्वाड्रन संख्या लगातार कम हो रही है। इस समय 42 स्वीकृत स्क्वाड्रन की तुलना में महज 30 स्क्वाड्रन हैं और सीमा पर चीन के साथ बढ़ते तनाव और पाकिस्तान की बढ़ती साजिशों के मद्देनजर एक चिंताजनक स्थिति कही जा सकती है।

सेना के वरिष्ठ अधिकारी कई बार चीन और पाकिस्तान की साझा हरकतों की तरफ इशारा कर चुके हैं और अभी हाल ही में थल सेनाध्यक्ष जनरल नरवणे ने कहा है कि चीन और पाकिस्तान की साजिशें हवा-हवाई नहीं हैं बल्कि वास्तव में भारतीय सेना के लिए यह एक चुनौती है और सेना को हमेशा इस स्तर पर तैयार रहना होगा कि वह जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान और चीन को एक साथ रिस्पांड कर सके।

ऐसी स्थिति में यह जरूरी है कि भारतीय सेना, एयर फोर्स और नेवी को सभी तरह के युद्धक विमानों के साथ आधुनिक साजो-सामान एवं रक्षा प्रौद्योगिकी मिले। सीमा पर बढ़ते तनाव और नयी-नयी रक्षा चुनौतियों के मद्देनजर भारत सरकार ने हाल के वर्षों में सेना के सशक्तिकरण की दिशा में ठोस पहल की है। थल सेना को गोला-बारूद, तोप और नयी युद्धक प्रणालियों से लैस किया गया है और जल्द ही एस-400 जैसा अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी मिलेगा। इसी तरह नेवी के लिए भी जरूरी साजोसामान जुटाने के साथ कई सबमरीन को उतारा गया है और कई का निर्माण जारी है।

आधुनिक युद्ध में वायु सेना की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है और इसलिए यह जरूरी भी है कि हमारी वायु सेना आधुनिक प्रौद्योगिकी एवं युद्धक प्रणाणियों से हमेशा लैस रहे। इस दिशा में प्रयास चल भी रहे हैं। हाल के वर्षों में घातक हेलीकॉप्टर, परिवहन विमान, आधुनिक ड्रोन के साथ ही सेना को राफेल की ताकत भी मिली है। अब एक साथ 83 तेजस विमानों के खरीद सौदे से इंडियन एयर फोर्स और सशक्त होगी। देश की रक्षा उत्पादन कंपनी को संभवत: यह सबसे बड़ा ऑर्डर है और इससे इंडिजिनस की क्षमता भी प्रदर्शित होती है।

RELATED ARTICLES

जया एकादशी आज, होगी श्रीहरि की आराधना

यह व्रत पितरों के लिए रखने से उनको पुण्य फलों की प्राप्ति होती हैलखनऊ। हिंदू धर्म में प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण...

मासिक दुर्गा अष्टमी आज, मां दुर्गा की होगी पूजा

मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैंलखनऊ। हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि जगत की देवी मां दुर्गा...

चार शुभ योग में रथ सप्तमी आज, होगी सूर्यदेव की आराधना

रथ सप्तमी के दिन सूर्यदेव की पूजा करना शुभ माना गयालखनऊ। सनातन धर्म में रथ सप्तमी का दिन सूर्यदेव की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित...

Latest Articles