ब्रसेल्स। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) द्वारा यह घोषणा करने के तीन महीने बाद कि तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दाेआन स्वीडन को इस सैन्य संगठन का सदस्य बनने देने पर सहमत हो गए हैं,
अब कुछ और संकेत मिले हैं कि नार्डिक देश को नाटो में शामिल होने की शीघ्र अनुमति दे दी जाएगी। इस मुद्दे को नाटो के मुख्यालय में बृहस्पतिवार को उठाए जाने के आसार थे, जहां 31 सदस्य देश के नेता दूसरे दिन की बातचीत कर रहे थे।फरवरी 2022 में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा रूसी सैनिकों को यूक्रेन पर आक्रमण करने का आदेश देने के बाद स्वीडन और उसके पड़ोसी फिनलैंड ने दशकों के सैन्य गुटनिरपेक्षता से मुंह मोड़ लिया।
उनका उद्देश्य नाटो की सुरक्षा छतरी के तहत सुरक्षा प्राप्त करना था,और फिनलैंड अप्रैल में इसमें शामिल हो गया। स्वीडन को यदि नाटो का सदस्य बनना है तो इसके सभी 31 सदस्य देशों को स्वीडन की सदस्यता का समर्थन करना होगा। लेकिन तुर्किये और हंगरी स्वीडन की इस राह में रोड़े अटका रहे हैं।
इससे पहले एर्दाेआन सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं कि वह इसलिए विरोध कर रहे हैं, क्योंकि तुर्किये को लगता है कि स्वीडन कुर्दिश आतंकवादियों और अन्य समूहों के प्रति जरूरत से अधिक उदार हैं, जिन्हें वह खुद की सुरक्षा के लिए खतरा समझता है, लेकिन कई सहयोगियों को इस पर संदेह है।
नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग के अनुसार, लिथुआनिया की राजधानी में जुलाई में नाटो शिखर सम्मेलन में एर्दाेआन ने कहा था कि वह नाटो में स्वीडन को शामिल करने के प्रोटोकॉल को अनुमोदन के लिए तुर्किये की संसद में भेजेंगे, जो तुर्किये के लिए सदस्यता का अनुमोदन करने का अंतिम चरण है।
स्टोल्टेनबर्ग ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, विल्नियस में हमने एक समझौता किया जिसमें तुर्किये ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह समर्थन के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि यह भी स्पष्ट रूप से कहा गया कि यथाशीघ्र सदस्यता दिलानी चाहिए, जिसका मतलब है कि जब संसद की बैठक दोबारा होगी तब इस प्रक्रिया को शुरू होना चाहिए। बाइडन प्रशासन द्वारा यह संकेत दिए जाने के बाद एर्दाेआन के तवर नरम पड़ गए कि अमेरिका की ओर से तुर्किये को 40 नये एफ-16 लड़ाकू विमान और आधुनिकीकरण किट खरीदने की अनुमति दी जाएगी।