मुम्बई: शिवसेना प्रमुख उद्घव ठाकरे ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से उनके परिवार को हुई अपूर्णीय क्षति पर बुधवार को गहरा दुःख प्रकट किया। उद्घव ठाकरे ने कहा कि सुषमा स्वराज का निधन भारतीय राजनीति में दीप्तिमान युग का समापन है। वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने एकबार सुषमा स्वराज का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार तौर पर समर्थन किया था। भाजपा की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार को दिल का दौरा पडऩे के कारण निधन हो गया। वह 67 साल की थीं।
उद्घव ठाकरे ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताते हुए अपने पिता और शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे और स्वराज के स्नेहिल तालमेल को याद किया। उद्घव ठाकरे के कार्यालय ने ट्वीट किया, सुषमा स्वराज के निधन से भारतीय राजनीति में एक दीप्तिमान युग समाप्त हो गया। न केवल देश और भाजपा को बल्कि ठाकरे परिवार को भी अपूर्णीय क्षति हुई है। शिवसेना प्रमुख स्वर्गीय बाल ठाकरे और सुषमा स्वराज के बीच जो संबंध था वह स्नेहिल था। उन्होंने कहा कि उनके पिता के निधन (नवंबर 2012) के बाद भी स्वराज के साथ परिवार का रिश्ता बना रहा। शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी सुषमा स्वराज को श्रद्घांजलि दी और कहा कि जब वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय फलक पर नहीं उभरे थे और गुजरात की राजनीति में सक्रिय थे, तब सुषमा स्वराज ही प्रधानमंत्री पद के लिए बाल ठाकरे की पहली पसंद थीं। सितंबर 2012 में शिवसेना के मुखपत्र में बाल ठाकरे ने एक साक्षात्कार में राउत से कहा था, फिलहाल एक ही व्यक्त है जो मेधावी और प्रतिभाशाली हैं और वह सुषमा स्वराज हैं।