वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विपिन पुरी का कार्यकाल अगले माह खत्म हो रहा है। जहां राजभवन में नये वीसी के लिए साक्षात्कार शुरू हो गये हैं वहीं केजीएमयू कैम्पस में नये वीसी के नामों पर कयासों की चर्चा का दौर जारी है। सूत्र बताते हैं कि डा. संजीव मिश्रा की मजबूत दावेदारी है, कुर्सी की दौड़ में संस्थान के कई वरिष्ठ चिकित्सक भी शामिल हैं।
केजीएमयू कुलपति का कार्यकाल तीन सालों का होता है। कुलपति प्रो. विपिन पुरी अगले माह अपना कार्यकाल पूरा कर लेंगे। इससे पहले से राजभवन में नये वीसी के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। सूत्र बताते हैं कि यहां के पूर्व कुलपति समेत कई वरिष्ठ चिकित्सक इस दौड़ में शामिल हैं। जो बीते कई माह से अपना जुगाड़ बिठाने के लिए जोड़-तोड़ कर रहे हैं। केजीएमयू के वरिष्ठ चिकित्सक और मौजूदा समय में अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव मिश्रा का नाम तय माना जा रहा है। पल्मोनरी मेडिसीन विभाग के डा. सूर्यकान्त भी काफी समय से इस पद पर आसीन होने के लिए गुणाभाग कर रहे हैं।
सूत्र बताते हैं कि खुद को प्रबल दावेदार मानते हुए उन्होंने भी आवेदन किया है। यहां के पूर्व कुलपति रहे प्रो. एमएलबी भट्ट भी एक बार और किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरे हैं। एनेस्थिीसिया विभाग के प्रो. जीपी सिंह भी कुलपति बनना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि उनका फार्म ही रिजेक्ट हो गया और वह साक्षात्कार तक लिए पहुंच ही नहीं पाये। पद की इस दौड़ में दो महिलाएं भी शामिल हैं। इनकी दावेदारी भी बेहतर मानी जा रही है। जिनमें लोहिया संस्थान की निदेशक डा. सोनिया नित्यानंद और केजीएमयू की डा. शैली अवस्थी है।
सूत्रों की मानें तो कुर्सी का मुकाबला फिलहाल अब डा. संजीव मिश्रा और डा. सोनिया नित्यानंद के बीच ही है। जिसमें डा. संजीव मिश्रा का नाम लगभग तय माना जा रहा है। गौर करने वाली बात यह भी है कि कुछ माह पहले तक यह भी कयास लगाया जा रहा था कि प्रो. विपिन पुरी का कार्यकाल बढ़ सकता है। केजीएमयू के कई चिकित्सकों की नाराजगी भी उनके कार्यकाल न बढ़ने की एक वजह बतायी जा रही है। बहरहाल कई चिकित्सकों ने संभावित नये वीसी के साथ अभी से नजदीकियां बढ़ानी शुरू कर दी हैं।