मुंबई। भारतीय शेयर बाजार में जारी तेजी अक्टूबर में विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने में कामयाब रही है। इस महीने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इक्विटी में 6,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है।
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में बताया गया कि एफपीआई द्वारा 17 अक्टूबर तक इक्विटी में 6,480 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। इससे पहले विदेशी निवेशक लगातार तीन महीने शुद्ध विक्रेता थे।
एफपीआई ने इक्विटी में सितंबर में 23,885 करोड़ रुपए, अगस्त में 34,993 करोड़ रुपए और जुलाई में 17,741 करोड़ रुपए की बिकवाली की थी।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, एफआईआई रणनीति में इस बदलाव का मुख्य कारण भारत और अन्य बाजारों के बीच मूल्यांकन के अंतर में कमी है। पिछले एक साल में भारत के कमजोर प्रदर्शन ने आगे चलकर बेहतर प्रदर्शन की संभावनाओं को खोल दिया है।
बीता हफ्ता भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी अच्छा रहा और यह 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान निफ्टी 424 अंक या 1.68 प्रतिशत की तेजी के साथ 25,709.85 और सेंसेक्स 1,451.37 अंक या 1.76 प्रतिशत की मजबूती के साथ 83,952.19 पर था।
सेक्टोरल आधार पर निफ्टी रियल्टी 4.14 प्रतिशत की तेजी के साथ टॉप गेनर था। इसके अलावा निफ्टी ऑटो 1.90 प्रतिशत, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज 2.59 प्रतिशत, निफ्टी एफएमसीजी 3.00 प्रतिशत, निफ्टी इन्फ्रा 1.70 प्रतिशत और निफ्टी कंजप्शन 2.73 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ।
वहीं, रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा कि मुद्रास्फीति में नरमी, मजबूत घरेलू मैक्रो फंडामेंटल और आय की तेज गति मध्यम अवधि के लिए एक अच्छा सेटअप प्रदान करती है। आगामी कारोबारी सप्ताह इवेंट्स से भरपूर होगा, जिसमें निवेशकों के लिए कई प्रमुख ट्रिगर्स होंगे।