लखनऊ। लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे राज्यों से प्रदेश आने के इच्छुक श्रमिकों की सूची प्राप्त करने के लिए सम्बन्धित राज्य सरकारों को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार सभी श्रमिकों की सुरक्षित प्रदेश वापसी के लिए प्रतिबद्ध है। श्रमिकों की सम्मानजनक व सुरक्षित वापसी के लिए केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार ने निःशुल्क ट्रेन तथा बस की व्यवस्था की है।
योगी ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से श्रमिकों से संवाद किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है। इसके लिए श्रमिकों की स्किल मैपिंग का कार्य चल रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी 15 दिनों में यह कार्य पूरा करते हुए सभी का डाटा संकलित कर लिया जाए।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएं। एमएसएमई इकाइयों सहित विभिन्न उद्योगों में कामगारों व श्रमिकों को उनकी दक्षता के अनुरूप समायोजित करने के लिए सभी प्रकार के उद्योगों का सर्वे कराया जाए। उन्होंने सभी दुग्ध समितियों को सक्रिय रखने के लिए गम्भीरता से प्रयास करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को लोक भवन में टीम-11 के साथ बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश आने वाले सभी कामगारों व श्रमिकों की स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें ज़रुरत के हिसाब से क्वारंटीन सेन्टर या होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। श्रमिकों सहित सभी जरूरतमंदों को कम्युनिटी किचन के माध्यम से फूड पैकेट उपलब्ध कराए जाएं। होम क्वारंटीन के लिए घर जाने वाले श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराई जाए।
होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें 1 हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाए। इनके लिए राशन की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए श्रमिकों के नए राशन कार्ड भी बनाए जाएं। उन्होंने 01 जून, 2020 से प्रारम्भ होने वाले पार्कों में खाद्यान्न वितरण अभियान के आगामी चरण की तैयारियां अभी से प्रारम्भ करने के निर्देश भी दिए।
योगी ने कहा कि समय तय करके पार्कों में माॅर्निंग वाॅक की अनुमति दी जाए। सुरक्षा और सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए पार्कों में पेट्रोलिंग की जाए। वित्तीय तथा औद्योगिक संस्थानों सहित सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर पेट्रोलिंग व्यवस्था को मज़बूत रखा जाए। एयरपोर्ट पर दो सवारी और एक चालक के लिए टैक्सी की अनुमति दी जाए। उन्होंने कन्टेनमेंट जोन में होम डिलीवरी व्यवस्था प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कोविड अस्पतालों को निरन्तर सक्रिय रखा जाए। इन चिकित्सालयों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर सहित सभी बचाव उपकरणों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। पुलिस बल तथा जेल में संक्रमण के प्रसार पर प्रभावी रोक लागायी जाए। मेडिकल इंफेक्शन को रोकने के लिए डाॅक्टरों सहित सभी चिकित्साकर्मियों का प्रशिक्षण कार्य निरन्तर जारी रखा जाए।
योगी ने कहा कि एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में बेड की संख्या को इस महीने के अन्त तक बढ़ाकर 01 लाख बेड किया जाए। ज़्यादा से ज़्यादा लोगों की टेस्टिंग करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि हर जिले में एक टेस्टिंग लैब की स्थापना के कार्य को गति प्रदान की जाए। सभी नाॅन कोविड अस्पतालों में संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपाय अपनाते हुए इमरजेंसी सेवाओं का संचालन तथा आवश्यक ऑपरेशन की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। एसजीपीजीआई, केजीएमयू और डाॅ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान जैसे प्रदेश के बड़े चिकित्सा संस्थानों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने तथा मज़बूत बनाने की कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल की सुचारू आपूर्ति के लिए सभी प्रबन्ध किए जाएं। बुन्देेलखण्ड क्षेत्र में पेयजल की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। नगरीय इलाकों के प्रमुख स्थानों पर पेयजल के टैंकर रखवाए जाएं।



 
                                    

