मुंबई। शेयर बाजारों में बुधवार को तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स तथा एनएसई निफ्टी दोनों नए रिकार्ड स्तर पर बंद हुए। वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के बीच वित्तीय कंपनियों, वाहन और आईटी कंपनियों के शेयरों की अगुवाई में शेयर बाजारों में तेजी आई है। एस्ट्राजेनका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोविड-19 टीके को ब्रिटेन में मंजूरी से यूरोपीय शेयर बाजरों में शुरूआती करोबार में तेजी रही।
ब्रिटेन पहला देश है, जिसने इन कंपनियों के टीके को मंजूरी दी है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने मंजूरी को उत्साहजनक बताया और कहा कि कंपनी अब भारत में टीके को अंतिम मंजूरी मिलने का इंतजार करेगी। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 133.14 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की तेजी के साथ 47,746.22 अंक की रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यह एक समय अब तक के सर्वाेच्च स्तर 47,807.85 अंक तक चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 49.35 अंक यानी 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ रिकार्ड 13,981.95 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 13,997 के उच्चतम स्तर तक चला गया था। सेंसेक्स के शेयरों में अल्ट्राटेक सीमेंट में 4.11 प्रतिशत से अधिक की मजबूती आई। इसके अलावा बजाज फाइनेंस में 2.63 प्रतिशत और मारुति में 2.11 प्रतिशत की तेजी रही। महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, एचयूएल, कोटक बैंक, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एशियन पेंट्स भी बढ़त में रहे।
दूसरी तरफ, जिन शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, उनमें इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, टीसीएस, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और इन्फोसिस शामिल हैं। इनमें 1.62 प्रतिशत तक की गिरावट आई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड टीके को मंजूरी मिलने की उम्मीद से घरेलू धारणा मजबूत बनी हुई है। वाहन, रीयल्टी और धातु जैसे वृद्घि वाले क्षेत्रों की अगुवाई में तेजी आई। जबकि दवा जैसे सुरक्षित माने वाले क्षेत्र दबाव में बने हुए हैं।
उन्होंने कहा, हालांकि बाजार काफी ऊपर चढ़ चुका है, लेकिन एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) लगातार पूंजी लगा रहे हैं। इसका असर बाजार पर सकारात्मक पड़ रहा है। एस्ट्राजेनका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोविड-19 टीके को ब्रिटेन में मंजूरी से यूरोपीय शेयर बाजारों में शुरूआती करोबार में तेजी रही। इस टीके का रखरखाव आसान है और इसका विकास करने वाली कंपनियों को उम्मीद है कि यह टीका दुनिया के लिए होगा। एशिया के अन्य बाजारों में मिला-जुला रुख रहा।