मुंबई। बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 210 अंक की गिरावट के साथ 34,961.52 अंक पर बंद हुआ। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर निवेशकों में बढ़ती चिंता के बीच मुख्य रूप से बैंक और आईटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार में गिरावट रही। कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 509 अंक तक नीचे चला गया था। अंत में 209.75 अंक यानी 0.60 प्रतिशत की गिरावट के साथ 34,961.52 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 70.60 अंक यानी 0.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,312.40 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में एक्सिस बैंक को सर्वाधिक नुकसान हुआ। इसमें करीब 5 प्रतिशत की गिरावट रही। इसके अलावा टेक महिंद्रा, स्टेट बैंक, एल एंड टी, इंडसइंड बैंक, इन्फोसिस और एनटीपीसी में मुख्य रूप से गिरावट आई। दूसरी तरफ एचडीएफसी बैंक, एचयूएल, कोटक बैंक तथा भारती एयरटेल लाभ में रहे। आनंद राठी के इक्विटी शोध (फंडामेंटल) प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि बाजार गिरावट के साथ खुले।
वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 5,00,000 को पार कर गई। निवेशक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि मामले बढ़ने पर अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के काम में रुकावट आ सकती है। दोपहर के कारोबार में बाजार में हल्का सुधार हुआ लेकिन लाभ कायम नहीं रह पाया। इसकी वजह यूरोपीय बाजारों में शुरूआती कारोबार में नरम रुख का होना है जिसका असर घरेलू बाजार पर पड़ा।
कारोबारियों के अनुसार इसके अलावा भारत-चीन सीमा मसला और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार तनाव से भी निवेशक थोड़े चिंतित हैं। एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई, हांगकांग, जापान का तोक्यो ओर दक्षिण कोरिया का सोल नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में हल्की तेजी देखी गई। इस बीच, वैश्विक स्तर पर कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है जबकि 5 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 5.48 लाख पहुंच गई जबकि 16,475 लोगों की मौत हुई है। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट कूड का वायदा भाव 0.34 प्रतिशत घटकर 40.79 डॉलर प्रति बैरल रहा। वहीं अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे बढ़त के साथ 75.58 पर बंद हुआ।