नई दिल्ली। बैंकों से कर्ज लेने वाले ग्राहकों को राहत देते हुए भारतीय स्टेट बैक (एसबीआई) ने अपनी कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.15 प्रतिशत कटौती की है। इसके अलावा देश के इस सबसे बड़े बैंक ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक विशेष जमा योजना की भी शुरुआत की है जिसमें उन्हें अधिक ब्याज मिलेगा।
एसबीआई ने बयान में कहा कि ब्याज दरों में गिरावट के मौजूदा दौर में वरिष्ठ नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए बैंक ने उनके लिए नया उत्पाद एसबीआई वीकेयर डिपॉजिट पेश किया है। बैंक ने यह योजना खुदरा मियादी जमा खंड में शुरू की है। इस नई जमा योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों को पांच साल और उससे अधिक की अवधि की खुदरा मियादी जमा पर 0.30 प्रतिशत अतिरिक्त प्रीमियम दिया जाएगा। योजना 30 सितंबर तक लागू रहेगी।
हालांकि, एसबीआई ने तीन साल तक की खुदरा मियादी जमा पर ब्याज दर में 0.20 प्रतिशत की कटौती की है। बैंक ने कहा है कि प्रणाली और उसके पास पर्याप्त तरलता को देखते हुए उसने यह कदम उठाया है। यह कटौती 12 मई से लागू होगी। ऋण दरों में संशोधन पर बैंक ने कहा कि उसने कोष की सीमान्त लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) को 7.40 प्रतिशत से घटाकर 7.25 प्रतिशत कर दिया है।
यह कटौती 10 मई से प्रभावी होगी। बैंक ने कहा कि इससे एमसीएलआर से जुड़े 30 साल के लिए 25 लाख रुपये के आवास ऋण पर मासिक किस्त (ईएमआई) में करीब 255 रुपये की कमी आएगी। बैंक द्वारा यह एमसीएलआर में लगातार 12वीं बार कटौती की गई है। वरिष्ठ नागरिक सावधी जमा (एफडी) के संदर्भ में बैंक ने कहा कि पांच साल से कम अवधि की मियादी जमा पर 0.50 प्रतिशत अधिक ब्याज दिया जाएगा।
बैंक ने कहा, वहीं, पांच साल और अधिक की खुदरा मियादी जमा (नए उत्पाद) पर आम ग्राहक को उपलब्ध दर से 0.30 प्रतिशत का अतिरिक्त प्रीमियम, यानी 0.80 प्रतिशत अधिक ब्याज दिया जाएगा। हालांकि, समय से पहले जमा को निकालने पर यह अतिरिक्त प्रीमियम नहीं मिलेगा। पिछले महीने एसबीआई ने एमसीएलआर में 0.35 प्रतिशत की कटौती की थी। यह कटौती 10 अप्रैल से लागू हुई। इससे बैंक की एमसीएलआर 7.75 से घटकर 7.40 प्रतिशत पर आ गई थी।