सर्व धर्म के सभी सेवी भक्तों को दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
लखनऊ 19 अक्टूबर। सुंदरकांड के प्रकाश से जीवन का हर पल प्रकाशमान हो जाता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह नियमित सुंदरकांड का पाठ करे। कहा भी गया है कि असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योमार्मृतं गमय अर्थात वास्तविक प्रकाश वह है जो व्यक्ति को असत्य से सत्य की ओर, अंधकार से प्रकाश की ओर और मृत्यु से अमरता की ओर ले जाए। बिना किसी भेदभाव के सम्पूर्ण विश्व को प्रकाशित करने की महाशक्ति सुंदरकांड में समाहित है। इसलिए हम दीपावली के पावन अवसर पर बहुजन हिताय बहुजन सुखाय की कामना से सभी का आवाहन करते हैं कि सुंदरकांड का संकल्पित होकर नियमित पाठ करें। निश्चित रूप से इससे उनका जीवन भी सुंदर हो जाएगा।
दीपावली के अवसर पर सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल ने बताया कि दीपक हमें संदेश देता है कि हमें अपने घर, दफ्तर को ही प्रकाशित नहीं करना है बल्कि अपने अंतर्मन को भी आलोकित करना है। यह ज्ञान का दीपक जब प्रज्वलित होता है तब आत्मा निर्मल, वाणी मधुर और कर्म सात्विक हो जाते हैं। अभिमान के प्रतीक रावण के अंत के बाद प्रभु राम का अयोध्या में आगमन, विश्व को संदेश देता है कि यह एक नवीन युग की शुरूआत है। ऐसा युग जहां नैतिकता को सर्वोपरि रखा जाता है। धर्म की स्थापना की जाती है। इंसान ही नहीं पशु-पक्षियों तक के प्रति परस्पर प्रेम और सम्मान का भाव रखा जाता है। इसके साथ ही यह कर्तव्य और निष्ठा का भी संदेश देता है जो कहता है कि हर व्यक्ति को चाहिए कि वह प्रभु राम की तरह सोने की लंका के मोहजाल में न फंसे और अपनी मातृभूमि को स्वर्ग से भी अधिक महत्व दे। कहा भी गया कि जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी का अर्थ है कि माता और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर हैं। इसलिए हमारा संदेश है कि हर घर सुंदरकांड हो और हर परिवार मंगलयम हो। यही भाव उन्नत और सशक्त राष्ट्र का भी आधार बनेगा। इसलिए आज सुन्दर काण्ड महा अभियान, भारत वर्ष की बने पहचान, देश ही नहीं वैश्विक जनजागृति अभियान बन गया है। इस के साथ ही हमें स्वदेशी के प्रति भी संकल्पित होना होगा। संतो के अनुसार जैसा खाओगे अन्न, वैसा होगा मन इसलिए सनातनी मातृशक्तियों द्वारा स्वदेशी अभियान के तहत राष्ट्रीय स्तर पर दूध, दही मट्ठा थाली में, पेप्सी, कोकोकोला नाली में अभियान संचालित किया जा रहा है। हमारा एक ही लक्ष्य है कि हमारी जीवन शैली, हमारा समाज, हमारा राष्ट्र, सुंदर सोच से प्रकाशमान हो। सबका भविष्य उज्जवल हो और सनातनी विचारधारा समृद्ध हो। सभी स्वस्थ हो और असुरीय प्रवृत्तियों का नाश हो। सुंदरकांड की असीम शक्ति से सबका घर प्रकाशित हो।