संस्कार और व्यक्तित्व निर्माण बहुत जरूरी

ऋषिकुलशाला ने मनाया अपना पांचवा वार्षिकोत्सव

लखनऊ। पावन चिंतन धारा आश्रम का प्रकल्प ऋषिकुलशाला जिसके पूरे भारत में लगभग 25 सेंटर हैं। जिसमें हाशिए के शिकार अभावग्रस्त बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए संस्कार और व्यक्तित्व निर्माण की शिक्षा दी जाती है। जिसमें लगभग 1800 बच्चे प्रत्येक रविवार निशुल्क शिक्षा प्राप्त करते हैं। आश्रम की लखनऊ इकाई ने वार्षिकोत्सव उमराव सिंह धर्मशाला डालीगंज में धूमधाम से मनाया। जिसमें बच्चों ने अपनी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया और अपनी प्रतिभा के अनुसार नृत्य गीत संगीत प्राणायाम आसन और महापुरुषों के चरित्र की जीवनी प्रस्तुत की। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर उमराव सिंह धर्मशाला के निर्देशक और भारत लोक शिक्षा परिषद एकल अभियान के महामंत्री लखनऊ श्री आशीष अग्रवाल जी उपस्थित हुए। उन्होंने बच्चों की प्रतिभा की खूब सराहना की और सेंटर को उमराव सिंह धर्मशाला में चलने का स्वागत किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता अवध बार एसोशिएशन लखनऊ हाई कोर्ट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ शैलेंद्र शर्मा अटल भी उपस्थित हुए जिन्होंने आश्रम के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु प्रोफेसर पवन सिन्हा गुरू जी को इस पुनीत कार्य के लिए साधुवाद किया और इस प्रकल्प की शुरूआत को महान कार्य बताया। कार्यक्रम में जगदीश प्रसाद अग्रवाल जी, इंटरनेशनल वैश्य फेडरेशन के नगरअध्यक्ष सुनील अग्रवाल, नगर उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष अमरनाथ अग्रवाल उपस्थित हुए। आश्रम के लखनऊ इकाई कोआॅर्डिनेटर गिरजेश सिंह कपिल चंदवानी सहित बच्चों के अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।

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