महाराज सिंह भारती की रचनाओं और दलित स्त्री लेखन और वर्तमान पर चर्चा
22वां राष्ट्रीय पुस्तक मेला : आठवां दिन
लखनऊ। मौसम सुहावना हुआ तो बलरामपुर गार्डन अशोक मार्ग पर चल रहे 22वें राष्ट्रीय पुस्तक मेले में आज शाम पुस्तक प्रेमियों का हुजूम नजर आया। इनमें स्कूल कालेज के विद्यार्थियों की संख्या भी खूब दिखी।
समापन की ओर बढ़ चले युवाओं की मुख्य तलाश नये कलेवर के कथा साहित्य के साथ ही करियर के हिसाब से उच्च शिक्षा की किताबों की है। इससे अलग साहित्य प्रेमियों की खोज नयी किताबों की है। बोधरस के स्टाल पर रमाकांत की पौराणिक गाथा एकदन्त एकदम नयी है। अमित तिवारी की माया मरी न मन मरा का नया संस्करण आया है। गायत्री ज्ञान मंदिर के स्टाल पर आचार्य श्रीराम शर्मा की छोटी बड़ी सैकड़ों पुस्तकें हैं।
कार्यक्रमों में आज वरिष्ठ लेखक भगवान स्वरूप कटियार द्वारा सम्पादित और सम्यक प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पूर्व विधान परिषद सदस्य एवं पूर्व संसद महाराज सिंह भारती की कालजयी रचनाओं सृष्टि और प्रलय तथा उनके समग्र लेखन के पहले भाग का विमोचन किया गया। सुहेल वहीद के संचालन में चले विमर्श में लमही के सम्पादक विजय राय, राकेश वेदा, शकील सिद्दीकी, भगवान स्वरूप कटियार, अशोक चन्द्र ने विचार रखे। वक्ताओं ने उनकी रचनाओं को सामयिक बताया।
आज सुबह अनागत साहित्य संस्थान के काव्य समारोह में डा.अजय प्नसून और बेअदब लखनवी की पुस्तकें विमोचित हुईं। पूर्व में नवोदय साहित्यिक और रमा साहित्यिक संस्था के संयोजन में डा.शिवमंगल सिंह मंगल की अध्यक्षता व गोपाल ठहाका के संचालन में आयोजित काव्य समारोह हुआ। समारोह में सरवर लखनवी, अरविन्द झा, संदीप अनुरागी, कमलेश मृदु मौर्य, अष्ठाना महेश प्रकाश, गिरधर खरे, मनमोहन बाराकोटी, शीला वर्मा मीरा, पूजा श्रीवास्तव, भारती पायल, पूजा अग्रवाल, टीएस गौतम, गंगेश कुमार मिश्र व ज्योति रतन ने रचनाएं पढ़ीं। अच्छे स्वास्थ्य के 51 नुस्खे और हाफ डाक्टर पुस्तकों के कार्यक्रम में लेखक द्वय डा.संदीप कुमार और अजय अग्रवाल ने डा.अभिषेक शुक्ला, डा.अनिल कुमार शुक्ला, डा.एपी माहेश्वरी, डा.मृदुल मल्होत्रा जैसे चिकित्सकों और लेखिका विनीता मिश्रा की उपस्थिति में अपनी किताब के हवाले से बीमारियों और इलाज के बारे में बताया। दलित स्त्री लेखन और वर्तमान स्थितियों का खाका अनिता भारती, डा.शैलेन्द्र, डा.प्रियंका सोनकर, प्रो.सुप्रिया पाठक रविन्द्र भारतीय ने खींचा।
वसुंधरा फाउंडेशन की पद्मश्री डा.विद्याविंदु सिंह की अध्यक्षता में ‘गांधी, बोस, भगत विवेकानन्द- हमारे पथप्रर्दशक’ विषयक संगोष्ठी चली। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार आनन्दवर्धन सिंह, इंडियन बैंक के संजय सरीन, साहित्यकार अखिलेश श्रीवास्तव चमन, व्यंग्यकार पंकज प्रसून, मनोज चन्देल, उमेश कुमार सिंह, ललिता सिंह, अवधेश कुमार शुक्ला, आलोक सिन्हा, मीनू श्रीवास्तव, रमाकान्त श्रीवास्तव, ब्रजेश कुमार शुक्ला व संयोजक राकेश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे। आज शाम को आभूषण काव्यात्मक अभिव्यक्ति पटल की काव्य गोष्ठी चली।