नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम छह बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री का संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब बिहार में विधानसभा चुनाव सहित कई राज्यों में उपचुनाव हो रहे हैं और साथ ही दुर्गापूजा का त्योहार जारी है। इसके अलावा दशहरा, दीवाली व छठ जैसे पर्व नजदीक हैं।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, आज शाम छह बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा। आप जरूर जुड़ें। भारत में जब से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई है तब से प्रधानमंत्री छह बार राष्ट्र के नाम संदेश जारी कर चुके हैं। आज उनका सातवां राष्ट्र के नाम संबोधन होगा। मार्च महीने में उन्होंने इसकी शुरुआत की थी और 19 मार्च को उन्होंने लोगों से जनता कर्फ्यू की अपील की थी।
इस संबोधन में प्रधानमंत्री ने हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ का नारा दिया था। अपने इस संबोधन में उन्होंने 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया था। उन्होंने लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की थी। प्रधानमंत्री ने सभी से कोरोना योद्धाओं के सम्मान में पांच मिनट ताली बजाकर,थाली बजाकर या फिर घंटी बजाकर हौसला बढ़ाने और सैल्यूट करने का आग्रह किया था। इसके बाद 24 मार्च को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था।
उन्होंने अपने इस संबोधन में जान है तो जहान है का नारा दिया था। तीन अप्रैल को कोरोना काल में राष्ट्र के नाम अपने तीसरे संबोधन में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से पांच अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में खड़े रहकर, 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने का अनुरोध किया था। इसके बाद 14 अप्रैल को चार हफ्तों में चौथी बार प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित किया।
इसमें उन्होंने तीन मई तक लॉकडाउन बढाए जाने की घोषणा की थी। उन्होंने लोगों से घरों से न निकलने, उचित दूरी का पालन करने समेत सात नियमों का पालन करने का सभी से आग्रह किया था। अपने इस संबोधन में उन्होंने कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए, देश के सेहत से जुड़े संसाधनों को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 15 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किए जाने की घोषणा की थी।
उन्होंने लोगों से अपील की थी कि कोरोना को किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है। इसके बाद 12 मई को अगले राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने लॉकडाउन के चौथे चरण की घोषणा की थी। इस संबोधन में उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। उन्होंने आपदा को अवसर में बदलने का नारा दिया था। इसके बाद 30 जून को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपना संदेश दिया था। उस वक्त देश अनलॉक-2 में प्रवेश कर रहा था।
मोदी ने उस वक्त कहा था कि दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है। इस संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के नवंबर तक विस्तार की घोषणा की थी। इस योजना के तहत 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को हर महीने, परिवार के हर सदस्य को पांच किलो गेहूं या चावल और एक किलो चना मुफ्त मुहैया कराने का प्रावधान है।