नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रख्यात एयरोस्पेस वैज्ञानिक तथा पद्म विभूषण से सम्मानित रोड्डम नरसिम्हा के निधन पर मंगलवार को शोक व्यक्त किया। साथ ही इसे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र के लिए एक बड़ी क्षति बताया। नरसिम्हा का सोमवार को बेंगलुरू के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे। मस्तिष्क में रक्तस्राव के बाद आठ दिसम्बर को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कोविंद ने ट्वीट किया, प्रख्यात एयरोस्पेस वैज्ञानिक श्री रोड्डम नरसिम्हा का निधन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र के लिए एक बड़ी क्षति है। वह तरल गतिकी में प्राधिकार थे और उन्हें पद्म विभूषण सहित कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। उनके परिवार और सहयोगियों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
वहीं, मोदी ने प्रख्यात अंतरिक्ष वैज्ञानिक तथा पद्म विभूषण से सम्मानित रोड्डम नरसिम्हा के निधन पर मंगलवार को शोक प्रकट किया और कहा कि उन्होंने ज्ञान और अनुसंधान की भारतीय परम्परा की श्रेष्ठता को साकार किया। मोदी ने ट्वीट किया, रोड्डम नरसिम्हा ने ज्ञान और अनुसंधान की भारतीय परम्परा की श्रेष्ठता को साकार किया। वह एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक थे और भारत की प्रगति के लिए विज्ञान और नवाचार की ताकत का लाभ उठाने को लेकर गंभीर थे। उनके निधन से दु:खी हूं। उनके परिजनों और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
बता दें, प्रतिष्ठित भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएस) में सेवाएं देने वाले 87 वर्षीय वैज्ञानिक नरसिम्हा ने सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे कर्नाटक के बेंगलुरु में अंतिम सांस ली। नरसिम्हा हृदय संबंधी बीमारी से ग्रस्त थे और 2018 में उन्हें मस्तिष्काघात हुआ था। अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 2013 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।