समय से पहले प्रसव होने पर महिला व नवजात की हालत गम्भीर
वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। केजीएमयू के क्वीनमैरी अस्पताल में मरीजों के साथ बदतमीजी की घटनाएं कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के निर्देश के बावजूद डॉक्टर के बर्ताव में सुधार नहीं हो रहा है। बुधवार को तो हद ही हो गई। आरोप है कि यहां इलाज के लिए आयी गर्भवती महिला को एक डॉक्टर ने धक्का दे दिया जिससे वह गिर गई और गैलरी में ही उसका पूर्व प्रसव हो गया। प्रसूता व नवजात की हालत गम्भीर बनी हुई है।
लखीमपुर खीरी निवासी 25 वर्षीय शांति गर्भवती थी। पेट दर्द की शिकायत पर परिजनों ने उसे स्थानीय डॉक्टर को दिखाया, जहां हालत गम्भीर बताते हुए डॉक्टर ने क्ववीनमैरी अस्तपाल जे जाने की सलाह दी। परिजन करीब रात एक बजे उसे क्ववीनमैरी की इमरजेंसी में पहुंचे। महिला के साथ आये परिजन कौशल किशोर का कहना है कि गर्भवती को पेट दर्द व अन्य दिक्क्कत होने पर डॉक्टर से भर्ती करने की विनती की लेकिन उन्होंने एक न सुनी। बार-बार कहने पर डॉक्टर को गुस्सा आ गया और उन्होंने गर्भवती को धक्का दे दिया जिससे वह गैलरी में गिर गई और वहीं पर उसका समय से पहले प्रसव हो गया।
फर्श पर फैले खून को देखकर वहां हड़कंप मच गया। खून से लथपथ गर्भवती और नवजात को किसी तरह उसके साथ आई महिलाओं और अन्य तीमारदारों ने संभालने की कोशिश की। महिला दर्द से चिल्ला रही थी। इसी बीच किसी ने इस घटना का वीडियो बना लिया। इसके बाद हरकत में क्वीन मैरी प्रशासन ने किसी तरह महिला को इमरजेंसी में भर्ती करने का प्रयास किया। वीडियो उजागर होने के बाद गुस्साए अस्पताल प्रशासन ने अपनी गलती छुपाने के लिए डॉक्टर और गार्ड्स ने वहां खड़े हुए मरीज के सभी परिजनों को बाहर भगा दिया।
क्ववीनमैरी विभाग की विभागाध्यक्ष डा. एस पी जैसवार का कहना है कि महिला को अन्दर ले जाया जा रहा था, इसी बीच उसका प्रसव हो गया। वहीं केजीएमयू चिकित्सा अधीक्षक डा. डी. हिमांशु का कहना है कि महिला को गुर्दे की समस्या थी। गिरने से उसका समय से पहले प्रसव हो गया। गुर्दे की दिक्कत होने पर उसे क्ववीनमैरी से मेडिसीन विभाग में भर्ती किया गया है। नवजात की हालत भी गम्भीर बनी हुई है। उसे एनआईसीयू में रखा गया है।
गर्भवती को लेबर रूम ले जाया जा रहा था लेकिन वह जाने को तैयार नहीं थी। इस कारण बाहर ही उसका प्रसव हो गया।
डा. एसपी जैसवार-विभागाध्यक्ष क्ववीनमैरी अस्पताल
महिला को गुर्दे की भी समस्या है, उसे मेडिसीन में भर्ती कराया गया है। समय पूर्व प्रसव होने से नवजात की हालत भी गम्भीर बनी हुई है। उसे एनआईसीयू में भर्ती कराया गया है।