राणाघाट (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के भाजपा नेताओं पर सोमवार को निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कूच बिहार जैसी और घटनाओं की पुनरावृत्ति की धमकी दे रहे हैं, उन्हें राजनीतिक तौर पर पर प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे नेता किस तरह के इंसान हैं, जो यह कहते हैं कि सीतलकूची जैसी और घटनाएं होंगी और मृतक संख्या अधिक होनी चाहिए थी।
कूच बिहार जिले के सीतलकूची में सीआईएसएफ की कथित गोलीबारी में चार लोगों की मौत ने पश्चिम बंगाल में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। पुलिस ने कहा था कि कूच बिहार जिले में शनिवार को स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने गोलीबारी की, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। ऐसा कहा जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने सीआईएसएफ जवानों की राइफलों को छीनने की कोशिश कीं।
नदिया जिले के राणाघाट में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, कुछ नेता सीतलकूची जैसी और घटनाओं की धमकी दे रहे हैं जबकि अन्य कह रहे हैं कि मृतक संख्या अधिक होनी थी। ऐसी प्रतिक्रियाएं देखकर मैं हैरान हूं, सकते में हूं। ये नेता करना क्या चाहते हैं? उन्हें राजनीतिक तौर पर प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने ही कार्यकर्ताओं और नेताओं को मारकर उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर रही है, ताकि तृणमूल का नाम खराब किया जा सके।
उन्होंने कहा, सीआईएसएफ की गोलीबारी में चार लोगों की हत्या की साजिश रचने से पहले हत्यारों की पार्टी भाजपा ने एक राजबंगशी (समुदाय के) भाई को मार डाला। सीआईएसएफ की गोलीबारी में मारे गए चार लोगों के अलावा सीतलकूची क्षेत्र में अज्ञात लोगों ने एक मतदान केंद्र के बाहर एक व्यक्ति को गोली मार दी थी। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया था कि बनर्जी ने केवल उन्हीं चार लोगों को श्रद्धांजलि दी, जो सीआईएसएफ गोलीबारी में मारे गए क्योंकि वे अल्पसंख्यक समुदाय से थे।
भाजपा पर मतदान के दिन युवा मतदाताओं की हत्या की घटना का सांप्रदाईकरण करने का आरोप लगाते हुए बनर्जी ने कहा, पश्चिम बंगाल के लोगों को विभाजित करने के अपने नापाक खेल में आप कामयाब नहीं हो सकते। यह उत्तर प्रदेश या गुजरात नहीं है। बनर्जी ने आरोप लगाया कि शाह ने कूच बिहार की घटना की साजिश रची और इसकी पूरी जानकारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को थी।
उन्होंने कहा, सत्ता में लौटने के बाद मैं घटनाक्रम की कडय़िों, इसमें लिप्त लोगों का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दूंगी। यह जानने के लिए कि यह सब शुरू कैसे हुआ, क्या इसके पीछे कोई अफवाह थी। मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा ने असम में 14 लाख बंगालियों को हिरासत केंद्रों में भेजा। पश्चिम बंगाल में वह सत्ता में आ गई, तो आपका भी यही हाल होगा।