लखनऊ। राजधानी पुलिस के कम्युनिकेशन सिस्टम को हाईटेक बनाया जायेगा। जिसका ट्रॉयल शुरू हो गया है। पुलिस कर्मियों को जल्द ही ‘पुश टू टॉक’ओवर सेलुलर (पीओसी) ऐप से जोड़ा जाएगा। जिसके जरिए पुलिसकर्मी दूर रहकर भी एक दूसरे से जुड़कर सूचनाओं, वीडियो व फोटोज का आदान प्रदान सेकंडों में कर सकेंगे।
पुलिस लाइंस के संगोष्ठी सदन में पुलिस महानिदेशक (दूरसंचार) संजय तरडे ने बताया कि मोबाइल फोन को इंटिग्रेड कर वायरलेस कम्युनिकेशन को और मजबूत बनाया जा रहा है। इसके लिए ‘पुश टू टॉक’ओवर सेलुलर ऐप तैयार किया गया है। इसके जरिए मोबाइल कम्युनिकेशन को पावरफुल बनाने का काम किया जा रहा है। यह वायरलेस सेट मोबाइल से अच्छा काम करेगा। जिससे पुलिसकर्मियों का कम्युनिकेशन ब्लॉक नहीं होगा। किसी महत्वपूर्ण घटना के दौरान पुलिसकर्मी वन टू वन या ग्रुप कम्युनिकेशन कर सकेंगे। पुश टू वीडियो के जरिए महज कुछ सेकेंड में घटना की वास्तविक स्थित को वीडियो कॉल से देख सकेंगे।
उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिये यह कम्युनिकेशन सिस्टम एक महत्तपूर्ण कड़ी साबित होगा। यह बॉडी आॅन कैमरे की तरह आसानी से काम करेगा। हमारे सिपाहियों के पास भी अत्याधुनिक मोबाइल है। उन्हें भी इस तकनीकी से जोड़ सकते है। इस तकनीकी के इस्तेमाल हमारी बाते कोई नही सुन सकता है। गोपनियता बनी रहेगी। जो वायरलेस के इस्तेमाल में नहीं हो पा रही थी। वायरलेस सेट जहां एक जोन में ही काम करते है। वहीं इस तकनीक से जोन के बाहर भी बात कर सकते है।
हमेशा रहेगा नेटवर्क में
पुलिस महानिदेशक (दूरसंचार) ने बताया कि इस सिस्टम में ऐसे सिम का प्रयोग किया जायेगा। जिसका नेटवर्क कभी बंद नहीं रहेगा। इसका फायदा मुख्य रुप से तब होगा जब आपातकालीन स्थिति में नेटवर्क सिस्टम बंद होने का असर इस पर नहीं पड़ता है। इसके माध्यम से पुलिस कर्मी आपस में मौके की स्थिति का जायजा ले सकते है। यह ऐप आम नागरिक को उपलब्ध नहीं होगा। अत्याधुनिक फीचर होने से किसी भी घटना स्थल का लाइव लोकेशन व वीडियो पुलिस उच्चाधिकारी द्वारा तत्समय देखा जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि इस तरह कम से कम समय में सूचनाओं के प्रसारित होने व मोबाइल फोन पर त्वरित गति से सम्पर्क स्थापित के दृष्टिगत यह संचार व्यवस्था अत्यन्त ही उपयोगी साबित होगी तथा आधुनिक संचार में क्रांतिकारी कदम होगा। परीक्षण सफल हो जाने के उपरान्त ऐप का सर्टिफिकेशन हो जाने तथा शासन से स्वीकृति के फलस्वरूप इस संचार व्यवस्था को लागू किया जा सकेगा। संगोष्ठी में संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था उपेन्द्र कुमार अग्रवाल, संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय आकाश कुलहरि, उप महानिरीक्षक तकनीकी सुनील कुमार शुक्ला सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।