कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने की सीएम से अधिकारीयों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
लखनऊ। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिख कर शिकायत की है कि कई जिलों से पार्टी के को को कार्यकर्ताओं ने बताया है कि जरूरतमंदों तक सामग्री पहुंचाने जा रहे कार्यकतार्ओं को पुलिस द्वारा बेवजह प्रताड़ित किया जा रहा है।
अपने पत्र में अजय कुमार ने मांग की है कि इसका गंभीरता पूर्वक संज्ञान में लेकर सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए जिला प्रशासन को निर्देशित करें कि कांग्रेस कॉग्रेस व अन्य स्वयं सेवी संगठनों के जो कार्यकर्ता जरूरतमंदों को राशन, दवा, भेजन पहुंचा रहे हैं, उन्हें अनायास परेशान न किया जाये।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के आवाह्न पर पूरे प्रदेश में कॉग्रेस कार्यकर्ता, नेता, शुभचिंतक जरूरतमंदों को खाने एवं राशन के पैकेट उनके घर जाकर पहुंचा रहे हैं। साथ ही प्रशासन के साथ सहयोग करते हुए देश के समक्ष आये इस संकट में सरकार के साथ हैं। ऐसे समय में जब दुनिया की बहुसंख्यक आबादी कोविड-19 महामारी के प्रकोप से जूझ रही है। वही हमारे देश में इस बीमारी के खतरे से लाकडाउन की वजह से गरीबों के समक्ष खाने की समस्या उत्पन्न हो गयी है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस पार्टी ने उनकी मदद के लिए पूरे देश में हेल्प लाइन नम्बरों पर राशन, दवा, खाने का पैकेट इत्यादि की मांग पर उन्हें उक्त वस्तुएं पहुंचाई जा रही हैं।
अजय कुमार ने आरोप लगाया है कि कई जिलों से पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बताया है कि जरूरतमंदों तक सामग्री पहुंचाने जा रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा बेवजह प्रताड़ित किया जा रहा है। उदहारण के तौर पर उन्होंने बताया कि कोरोना पीड़ितों को राहत सामग्री वितरण कार्य में सक्रियता से लगे प्रदेश सचिव सचिन चौधरी को 11 अप्रैल को जिला प्रशासन द्वारा जेल भेज दिया गया, जिन्हें अविलम्ब बिना शर्त रिहा किये जाने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया जाये। इसी तरह गोरखपुर की जिलाध्यक्ष को बार-बार प्रताड़ित किया गया। 3 अप्रैल को जगदीशपुर चौकी के सिपाहियों ने जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान की गाड़ी की हवा निकाल दी। 10 अप्रैल को गोरखनाथ थानाध्यक्ष ने जिलाध्यक्ष के आवास पर जाकर दबाव बनाने का प्रयास किया।
अजय कुमार ने आरोप लगाया कि 10 अप्रैल को बलिया शहर कोतवाल विपिन सिंह एवं एसडीएम ने जिला कॉग्रेस कार्यालय जाकर वहां चल रही साझी रसोई को बन्द करवा कर पार्टी पदाधिकारियों के साथ बदसलूकी की। 10 अप्रैल को ही चन्दौली जनपद के मुगलसराय सदर कोतवाल गोपालदास गुप्ता द्वारा शहर अध्यक्ष की गाड़ी का चालान किया गया। 11 अप्रैल को मुगल सराय थानाध्यक्ष शिवानन्द मिश्रा ने कांग्रेस कार्यकर्ता दशरथ चैहान को बेवजह थाने में बैठाये रखा। 9 अप्रैल को मऊ में एक पार्टी कार्यकर्ता की मृत्यु होने पर विष्णु प्रकाश कुशवाहा को उनके अंतिम संस्कार में नहीं जाने हेतु पास नहीं दिया गया और थानाध्यक्ष ने अनाज वितरण करने से भी कांग्रेस कार्यकतार्ओं को रोका और जिला प्रशासन के पास जमा करने के लिए कहा।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी घटनाएं देवरिया एवं वाराणसी जिले में भी हुईं हैं जहां कांग्रेस के कार्यकतार्ओं के सहयोग से चल रही साझी रसोई को स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा जबरन बन्द करवा दिया गया। उन्होंने मांग की है कि जनहित में इन रसोइयों को चलने दिया जाये। उन्होंने दावा किया कि इसी तरह पुलिस द्वारा कार्यकतार्ओें के उत्पीड़न की सूचनाएं अन्य जिलों से भी मिल रही हैं। इसके अलावा स्वयं सेवी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को भी राहत सामग्री जरूरतमंदों को वितरित करने नहीं दी जा रही, जबकि पार्टी विशेष से जुड़े लोगों को पूरी छूट मिली हुई है।
अजय कुमार ने अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि ऐसे प्रकरणों को गंभीरता पूर्वक संज्ञान में लेकर सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए जिला प्रशासन को निर्देशित करें कि कॉग्रेस व अन्य स्वयं सेवी संगठनों के जो कार्यकर्ता जरूरतमंदों को राशन, दवा, भोजन पहुंचा रहे हैं, उन्हें अनायास परेशान न किया जाये।