नई दिल्ली। बुधवार को पहली बार नागालैंड की ‘राजा मिर्च’ की एक खेप को गुवाहाटी से लंदन निर्यात किया गया। नागालैंड की राजा मिर्च को किंग चिली, भूत जोलोकिया और घोस्ट पेपर भी कहा जाता है। इसे दुनिया की सबसे तीखी मिर्च माना जाता है। वाणिज्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि ऐसा पूर्वोत्तर क्षेत्र के भौगोलिक संकेत (जीआई) संबंधी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। किंग चिली की इस खेप को नागालैंड के पेरेन जिले के तेनिंग से मंगवाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इस पर खुशी जाहिर की। पीएम मोदी ने लिखा कि, ‘शानदार खबर। जिन लोगों ने भूत जोलोकिया को खाया है, केवल वही जान सकते हैं कि यह कितनी तीखी होती है।’
मालूम हो कि 2021 में एपीडा ने त्रिपुरा के कटहल को लंदन और जर्मनी, असम के नींबू को लंदन, असम के लाल चावल को संयुक्त राज्य अमेरिका और लेटेकु ‘बर्मी ग्रेप’ को दुबई निर्यात करने में मदद की है। एपीडा आगे भी पूर्वोत्तर क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगा। तीखापन मापने के मानदंड, स्कोविल हीट यूनिट्स (एसएचयू) के आधार पर राजा मिर्च लगातार दुनिया की सबसे तीखी मिर्च की सूची में शीर्ष पांच में बनी हुई है। राजा मिर्च या किंग चिली सोलानेसी परिवार की शिमला मिर्च की प्रजाति से संबंधित है। इसे गुवाहाटी में एपीडा से सहायता प्राप्त पैकहाउस में पैक किया गया। एपीडा ने नागालैंड राज्य कृषि विपणन बोर्ड (एनएसएएमबी) की मदद से किंग चिली की निर्यात की खेप का समन्वय किया। इस मिर्च को 2008 में भौगोलिक संकेतक का प्रमाण पत्र मिला था।