अफगानिस्तान से अब तक 730 भारतीयों को सुरक्षित निकाला गया
नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान में मौजूदा हालात के मद्देनजर सभी अफगान नागरिकों को अब सिर्फ ई-वीजा पर भारत का दौरा करना होगा। मंत्रालय की ओर से यह फैसला उस वक्त किया गया है जब कुछ दिनों पहले ही सरकार ने अफगान नागरिकों के लिए आपातकालीन व अन्य वीजा की शुरुआत की। इस बीच, भारत सरकार अब तक अफगानिस्तान से लगभग 730 लोगों को बाहर निकाल चुकी है। उधर, आईटीबीपी ने कहा है कि अफगानिस्तान से मंगलवार को रेस्क्यू कर भारत लाए गए 78 लोगों में से एक भी यात्री कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि इनमें से 16 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, लेकिन बाद में आईटीबीपी ने इसे खारिज करते हुए ट्वीट किया। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अफगानिस्तान में मौजूदा हालात को देखते हुए और आपातकालीन व अन्य वीजा की शुरुआत के माध्यम से वीजा प्रक्रिया को व्यवस्थित करने के मद्देनजर यह फैसला किया गया है कि सभी अफगान नागरिक अब सिर्फ ई-वीजा पर ही भारत की यात्रा कर सकेंगे।
गृह मंत्रालय ने यह घोषणा भी की है कि कुछ अफगान नागरिकों के पासपोर्ट खो जाने संबंधी खबरों के मद्देनजर उन सभी को पहले जारी वीजा तत्काल प्रभाव रद किये जाते हैं जो फिलहाल भारत में नहीं हैं। मंत्रालय ने कहा कि भारत का दौरा करने के इच्छुक अफगान नागरिक ई-वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। अधिकारियों ने कहा कि अफगानिस्तान में भारत के सभी राजनयिक प्रतिष्ठान बंद हैं, इसलिए आवदेनों की छानबीन और इस पर प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का काम नयी दिल्ली में होगा। आपातकालीन व अन्य वीजा शुरुआत में छह महीने के लिए वैध होगा। सभी अफगान नागरिक, चाहे वह किसी भी धर्म के मानने वाले हों, इस यात्रा दस्तावेज के लिए आवेदन कर सकते हैं। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद काबुल हवाई अड्डे पर बड़ी संख्या में लोग देश से बाहर निकलने के प्रयास में जमा हैं। इसी कोशिश में कई लोगों की जान भी चली गई। भारत ने अपने राजनयिकों, नागरिकों और कई अफगान नागरिकों, जिनमें दो सांसद शामिल हैं, को भी अफगानिस्तान से बाहर निकाला है।
सोमवार की रात तक अफगानिस्तान से लगभग 730 लोगों को बाहर निकाला जा चुका था। लोगों को निकालने की प्रक्रिया 16 अगस्त को शुरू हुयी थी। भारत, अमेरिका और अन्य मित्र देशों के समन्वय से निकासी अभियान चला रहा है। उधर, आईटीबीपी ने कहा है कि अफगानिस्तान से मंगलवार को रेस्क्यू कर भारत लाए गए 78 लोगों में से एक भी यात्री कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि इनमें से 16 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, लेकिन बाद में आईटीबीपी ने इसे खारिज करते हुए ट्वीट किया। आईटीबीपी ने ट्वीट में बताया कि अफगानिस्तान से भारत लाए गए 78 लोगों में से कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है। हालांकि उन्हें ऐहतियातन 14 दिन के लिए दिल्ली में स्थित आईटीबीपी के चावला कैंप में रखा गया है। बुधवार सुबह मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि 16 यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सभी 16 लोग एसिम्प्टोमैटिक हैं, यानी उनमें वायरस के लक्षण नहीं दिख रहे हैं। इन 16 लोगों में वे तीन सिख भी शामिल हैं, जो काबुल से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां सिर पर उठाकर लाए थे।