नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुजरात में मुंद्रा डॉकयार्ड के पर्यवेक्षक को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के कथित एजेंट के तौर पर काम कर रहा था। एनआईए के अधिकारी ने बताया कि गजुरात के पश्चिमी कच्छ के निवासी, राजकभाई कुम्भर को उत्तर प्रदेश के डिफेंसा आईएसआई मामले की जांच के सिलसिले में रविवार को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि यह मामला चंदोली जिले में मुगलसराय से मोहम्मद राशिद की गिरफ्तारी पर लखनऊ के गोमती नगर पुलिस थाने में 19 जनवरी को दर्ज प्राथमिकी से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि एनआईए ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून (यूएपीए) के तहत छह अप्रैल को मामले को फिर से दर्ज किया था।
अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि राशिद पाकिस्तान में रक्षा या आईएसआई हैंडलर के साथ संपर्क में था और दो बार पड़ोसी देश गया। एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि उसने भारत में सामरिक रूप से संवेदनशील एवं महत्त्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की तस्वीरें भेजीं और पाकिस्तान में आईएसआई हैंडलर के साथ सशस्त्र बलों की गतिविधि के बारे में सूचना साझा की।
प्रवक्ता ने बताया कि जांच में सामने आया कि कुम्भर आईएसआई एजेंट के तौर पर काम कर रहा था और किसी रिजवान के खाते में पेटीएम के जरिए 5,000 रुपये भेजे जिसे बाद में मुख्य आरोपी राशिद तक पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि यह राशि सूचना देने के लिए कुम्भर ने राशिद को आईएसआई हैंडलर के निर्देशों पर दी थी। कुम्भर के घर में गुरुवार को तलाशी ली गई और अपराध साबित करने वाले कई दस्तावेज बरामद किए गए। मामले में आगे की जांच जारी है।