सिर की गम्म्भीर बीमारियों का हो सकेगा इलाज
वरिष्ठ संवाददाता
लखनऊ। दुर्घटना व बीमारी व अन्य कारणों से सिर की बीमारियों के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्हें समय से बेहतर इलाज मिल सके, इसके लिए लोहिया संस्थान में न्यूरो साइंस सेन्टर बनाया जा रहा है। इस सेन्टर में न्यूरो के इलाज की सभी सुविधाएं होगी। साथ ही अलग से न्यूरो क्रिटिकल केयर यूनिट बनायी जायेगी।
यह जानकारी डॉ. दीपक मालवीय ने दी। वह शनिवार को लोहिया संस्थान के एनेस्थीसियोलॉजी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की ओर से कंप्रिहेंसिव न्यूरो क्रिटिकल केयर पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। डॉ. दीपक मालवीय ने बताया कि न्यूरो क्रिटिकल केयर यूनिट में आधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी। न्यूरो एनस्थीसिया व पेन मेडिसिन कोर्स भी शुरू होगा। इस मौके पर लोहिया की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि एनेस्थीसियोलॉजी एवं क्रिटिकल केयर विभाग में जल्द ही नए कोर्स शुरू किए जाएंगे, इसमें डीएम न्यूरो एनेस्थीसिया एवं डीएम पेन मेडिसिन की शुरूआत की जाएगी। इसका फायदा सीधे तौर पर मरीजों को मिलेगा।
एनस्थीसिया विभाग के डॉ. पीके दास ने कहा कि न्यूरो क्रिटिकल केयर यूनिट की सख्त जरूरत है। यूनिट बनने से गंभीर मरीजों की जिंदगी बचाने में मदद मिलेगी। क्योंकि क्रिटिकल केयर यूनिट में न्यूरो की बीमारी से पीड़ितों की संख्या अधिक रहती है। सैफई यूनिवर्सिटी आॅफ मेडिकल साइंसेज के पूर्व कुलपति ब्रिगेडियर डॉ. टी प्रभाकर ने कहा कि सड़क हादसे बढ़ गए हैं। सबसे ज्यादा सिर में चोट लगे मरीज आते हैं। ऐसे मरीजों को खास तरह के इलाज की जरूरत है। गुरूग्राम की डॉ. वसुधा सिंघल ने सीटी स्कैन व एमआरआई जांच से सिर की गंभीर चोट का पता लगाया जा सकता है। लिहाजा सबसे पहले प्राथमिक इलाज के बाद जांच करानी चाहिए। इससे गंभीर मरीजों की जान बचाना आसान हो सकता है।