नई दिल्ली। कांग्रेस संबंध छात्र संगठन एनएसयूआई ने नीट और जेईई परीक्षाओं को टालने तथा महामारी के दौरान विद्यार्थियों की छह महीने की फीस माफ करने की मांग को लेकर बुधवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की।
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के अध्यक्ष नीरज कुंदन और इस छात्र संगठन की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष ने आठ अन्य सदस्यों के साथ भूख हड़ताल शुरू की। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान विश्वविद्यालयों द्वारा परीक्षाएं नहीं आयोजित करने की भी मांग की। पिछले सप्ताह एनएसयूआई ने राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) को टालने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था।
पत्र में अंतिम साल के विद्यार्थियों को पिछले वर्षों के प्रदर्शन के आधार पर प्रोन्नत करने की भी मांग की थी। कोविड-19 के कारण विद्यार्थियों और अभिभावकों के एक धड़े द्वारा जताई गई चिंता के मद्देनजर राहुल गांधी समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी सरकार से शीर्ष चिकित्सा और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं को टालने का आग्रह किया था।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी केंद्र सरकार से चिकित्सा और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा रद्द करने की अपील की। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बुधवार को 32.34 लाख हो गई। वहीं अब तक 24,67,758 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।